753 पर कब बनेंगे सारे ब्रिज, शोपीस साबित हो रहे हैं सराय, सरकार ने दिखाया भारत माला का गाजर, सवारी गाड़ी के लिए मात्र 300 करोड़ का आवंटन | New India Times

नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:

कांग्रेस के राज में आपने ऐसी शानदार सड़कें देखी थी क्या ? विकसित भारत संकल्प आभियान के दौरान भाजपा नेता गिरिश महाजन द्वारा दिए गए इस बयान का खामियाजा इन जानलेवा सड़कों पर चलने वाले लाखों लोगों को हजारों करोड़ रुपया टोल टैक्स देकर भुगतना पड़ रहा है। मोदी सरकार के राज में भारत में बना सीमेंट कांक्रीट का ऐसा कोई सड़क मार्ग नहीं जो यातायात के लिए बिलकुल फ्री है। हम यहां NH 753F + NH753L के बारे में बात करना चाहते हैं जो फिलहाल टोल फ्री है। हमने आठ महीने पहले अपनी एक स्टोरी में बताया था कि जलगांव से औरंगाबाद जाते समय NH753F पर कितने बड़े और छोटे ब्रिजेस के काम शुरू है।

आज भी इन तमाम ब्रिजेस के निर्माण कार्य पूरे नहीं हो सके हैं। जलगांव जिले की सीमा में सड़क निर्माण की गुणवत्ता अच्छी है लेकिन आगे बेहद खराब है। पहुर के पास वाघुर नदी पर बन रहे ब्रिज के ट्रैफिक ने कुछ महिने पहले एक मासुम लड़की की जान ले ली। अपनी पार्टी की नाकामी पर पर्दा डालने के लिए विश्वगुरु के कमाईपुत चेले बच्ची को न्याय दिलाने के नाम पर जन आंदोलन मे शरीक हो लिए। भारत की राजनीत में शर्म और नेताओं का शायद ही कोई संबंध शेष बचा होगा। सिंगल लेन 753L के किनारे बनाए जा रहे और बन चुके पक्के सराय खंडहर बन चुके हैं।

इनके निर्माण में गज़ब का भ्रष्टाचार है, बन चुके सराय को ताले जड़ दिए गए है। इसी बायरोड को भारत माला योजना में शामिल करने संबंधी गाजर का हलवा मिडिया के माध्यम से जनता के बीच जमकर परोसा जा रहा है। NH 753 प्रोजेक्ट 2012 में पास करवाया गया था जो बाद में भाजपा के लिए वोटों की खुराक साबित हो रहा है। जामनेर – पाचोरा नैरोगेज रेलवे लाइन 1000 करोड़ रुपए के विकास विस्तार प्रोजेक्ट के लिए 2024-25 के बजट में केवल 300 करोड़ मंजूर करवाए गए हैं। राम राज्य में यह प्लान जल्द से जल्द पूरा होगा इस आशा को आस्था से जोड़कर रखना नागरिकों के लिए आवश्यक है।


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