लैसर नौन स्पीशीज ऑफ़ मध्य प्रदेश पर द्वितीय कार्यशाला का शुभारम्भ होगा 20 जनवरी को | New India Times

जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:

लैसर नौन स्पीशीज ऑफ़ मध्य प्रदेश पर द्वितीय कार्यशाला का शुभारम्भ होगा 20 जनवरी को | New India Times

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दूसरी बार ऐसे जीव- जंतुओं पर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिनके बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। यूँ तो हमेशा बाघ, तेंदुए, चीतल, मोर आदि के बारे में चर्चा होती रहती है परन्तु वनों एवं जलीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले कुछ जीव- जंतुओं ऐसे हैं जो अत्यंत दुर्लभ हैं एवं इन पर शोध कार्य बहुत ही कम हुए हैं ऐसे ही प्रजातियों पर चर्चा करने व जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिनाँक 20 और 21 जनवरी 2024 को लैसर नौन स्पीशीज ऑफ़ मध्य प्रदेश पर आधारित द्वितीय कार्यशाला का आयोजन एस एन एच सी इंडिया द्वारा मध्य प्रदेश राज्य जैवविविधता बोर्ड, भोपाल बर्ड्स संस्था एवं वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया के सहयोग से किया जा रहा है। इस दो दिवसीय कार्यशाला में पैंगोलिन, इंडियन वुल्फ, ब्लैक बेलिड टर्न, चौसिंघा, ग्रीन मुनिया, फिशिंग कैट, घड़ियाल, मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली मकड़ियों एवं सरीसृप प्रजातियों पर चर्चा होगी एवं भविष्य में इनके संरक्षण हेतु रणनीति तैयार की जाएगी।
इस कार्यशाला में मध्य प्रदेश वन विभाग, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी, वाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन ट्रस्ट, वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया, मद्रास क्रोकोडाइल बैंक एवं जूलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया आदि सस्थाओं से विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
इस कार्यशाला का उद्घाटन महामहिम राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल द्वारा दिनाँक 20 जनवरी 2024 को किया जायेगा इस कार्यक्रम में श्री जे एन कंसोटिया, अपर मुख्य सचिव, वन, श्री अभय कुमार पाटिल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख, श्री अशीम श्रीवास्तवा प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यप्राणी एवं श्री वी के अम्बाड़े, सदस्य सचिव, मध्य प्रदेश राज्य जैवविवधता बोर्ड प्रमुख रूप से उपस्तिथ रहेंगे। कार्यक्रम एप्को सभागार, पर्यावरण परिसर अरेरा कॉलोनी में प्रातः 10 बजे से प्रारम्भ होगा।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading