प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर में डॉक्टोरल कोलोक्यिम का हुआ आयोजन | New India Times

गुलशन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:

प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर में डॉक्टोरल कोलोक्यिम का हुआ आयोजन | New India Times

प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर में दिनांक 23 दिसम्बर 2023 को डॉक्टोरल कोलोक्यिम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शोध मार्गदर्शक, शोध छात्र एवं शिक्षाविद् को रिसर्च के क्षेत्र में नये आयामों की जानकारी एवं उनके महत्व को समझाना रहा।

संस्थान के निदेशक डॉ. निशांत जोशी ने बताया कि शोध कार्य हर एक क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि शोध के माध्यम से सोच, समस्या समाधान, कौशल और विषयों की गहरी समझ विकसित होती है। यह बौद्धिक जिज्ञासा को बढ़ावा देता है। उन्होंने संस्थान के सभी छात्र-छात्राओं को रिसर्च करने के लिए प्रेरित किया।

संस्थान की सह निदेशिका डॉ. तारिका सिंह सिकरवार ने बताया कि शोध छात्र-छात्राओं को मौजूदा ज्ञान को विकसित करने एवं अपने-अपने अध्ययन क्षेत्र में प्रगति के बारे में सूचित रहने में सक्षम बनाता है तथा उनके जीवन में नई ऊर्जा का संचार करता है।

कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन डॉ. मानविंदर सिंह पाहवा प्रोफेसर, डिपार्टमेन्ट ऑफ कॉमर्स एवं हेड ऑफ डिपार्टमेन्ट लॉ, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर, ने बताया कि रिसर्च करने से पहले हमें यह जानना होता है कि हमारे लिए रिसर्च का सबसे उत्कृष्ट प्रश्न कौन-सा है ? क्योंकि एक सही प्रश्न होने पर ही हम मन लगाकर एक अच्छी रिसर्च कर सकते हैं। साथ में उन्होंने यह भी बताया कि एक अच्छी रिसर्च वही होती है जब हम किसी समस्या का समाधान निकालने में कामयाब हो पाये।

इस कार्यक्रम के दूसरे सत्र में श्री सौरभ गोस्वामी बिजनेस रिलेशनसिप मैनेजर सेंटर फॉर मोनिटरिंग इकानोमी ने बताया कि प्रोवेस आइ.क्यू. भारत की सबसे बड़ी डाटाबेस कंपनी है। डाटाबेस केवल शोध के छात्र-छात्राओं के लिए ही नहीं बल्कि फाइनेंस, मार्केटिंग एवं एच.आर. के छात्र-छात्राओं के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। डाटाबेस छात्रों को विश्वसनीय एवं संगठित जानकारी प्रदान करते है।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से कार्यक्रम की समन्वयक प्रोफेसर (डॉ.) नविता नथानी तथा सह-समन्वयक डॉ. स्नेहा राजपूत एवं डॉ. ब्रह्मानंद शर्मा मौजूद रहे तथा संस्थान के अन्य फेकल्टी मेम्बर्स भी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे।


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By nit

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