वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
सरकार की भिन्न भिन्न योजनाओं के तहत कई सड़को का निर्माण कर लोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास किया है सरकार द्वारा सड़को का निर्माण कर अल्प आबादी वाले गांवों, टोलों तक को मुख्य सड़क से जोड़ कर आवागमन को सुगम बनाया गया है यहां तक कि गलियों का भी पक्कीकरण किया जा रहा है। किंतु अभी भी खीरी जिला के निघासन विकास खंड अंतर्गत सुथना बरसोला पंचायत के सैकड़ों आबादी आवगमन की समस्या से जूझ रही है। सरकार द्वारा चौतरफा विकास कार्य करवाने के बावजूद इस गांव के लोगों को आवागमन के लिए एक अदद सड़क तक नसीब नहीं हो पाया है गांव के लोग आवगमन की परेशानियों से बेहाल हो रहे हैं सालो से गांव की सड़क को जलजमाव व दलदल में तब्दील कर दिया है। सड़क की हालत ऐसी हो गई है जिस पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार विकास को लेकर लाख दावे कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर की बात करें तो बहुत सी जगह ऐसी है जहां पर विकास के नाम पर केवल महज खानापूर्ति की जाती है ऐसा ही नजारा जिले की निघासन ब्लॉक के सुथना बरसोला गांव की बदहाल सड़क का मंजर जहां सरकार की विकास की गंगा बहती हुई नजर आ रही है यहां पर गंदा पानी गांव के सार्वजनिक मार्ग पर जमा है और राहगीरों को बमुश्किल होकर गुजरना पड़ता है लेकिन इससे ज्यादा दयनीय स्थिति यह है कि जब गांव की महिलाएं इसी गंदे पानी व कीचड़ के बीच से निकलती है तो उनको गंदे पानी व कीचड़ का सामना करना पड़ता है वही पढ़ने वाले बच्चे भी उसी गंदे पानी व कीचड़ से होकर गुजरते हैं कीचड़ व जलजमाव से बदबू आने से ग्रामीणों को संक्रमण बीमारियों का डर सताने लगा है इससे लोगों में काफी रोष गहराता नज़र आ रहा है जिससे साफ प्रतीत होता है कि सरकार के दावे हवा-हवाई हैं सुथना बरसोला गांव की बदहाली की तस्वीरों से स्पष्ट है कि गांव को सुंदर बनाने के दावे की जमीनी हकीकत क्या है सुथना बरसोला के ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और ब्लाक में सड़क बनवाने की मांग को लेकर ब्लाक अधिकारियों से इस जलभराव की समस्या की शिकायत की, अखबारी सुर्खिया भी बटोरी लेकिन गांव की इस गम्भीर समस्या पर कोई समाधान नहीं किया जा रहा है वहीं रास्ते पर जमा गन्दा पानी व कीचड़ से संक्रमण और दुर्घटना का आलम बना रहता है।
जलभराव से ग्रामीण परेशान, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
सुथना बरसोला गांव के मार्ग (राम प्रसाद आलू वाले के मकान से हरपाल मिस्त्री के मकान तक) जलभराव व कीचड़ जमा हो जाने से आए दिन टू व्हीलर बाइक फिसल कर गिर जाती है और राहगीर चोटिल हो जाते हैं जिससे ग्रामीणों को खासा परेशानी हो रही है इसी को लेकर गांव वासियों ने सालों से इस जलभराव की समस्या से निजात पाने के लिए प्रशासन से मांग की है गांव की बदहाली की तस्वीर से स्पष्ट है कि गांव को सुंदर बनाने के दावे की हकीकत क्या है लोगों का कहना है कि क्षेत्र के विधायक व सांसद को भी ध्यान नहीं है आने वाले लोकसभा चुनाव में शायद सफेदपोश बदहाल गांव की तरफ रूख करें।
क्या बोले जिम्मेदार….
इस बाबत में जब सुथना बरसोला ग्राम प्रधान शफीक उर्फ भल्लू से सालों से भरा गन्दा पानी व कीचड़ से बदहाल रास्ते की बारे में जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया पुरानी कार्ययोजना में फीड कराया था जो सरकार द्वारा रद्द हो गई थी अब अनुपूरक की नई कार्ययोजना बननी है वो मैंने नोट कर लिया है कल या परसों उसे फीड कराएंगे और रास्ते पर मिट्टी पटान होना है उसके लिए ट्रैक्टर ट्राली चालकों से बात हो गई है फिलहाल हकीकत में जो सड़क पर पानी भरा है वो मोहल्लेवासी ही बहा रहे हैं जिससे रास्ते में निकलना दूभर हो गया है।
सुथना बरसोला प्रधान: शफीक उर्फ भल्लू
इस बाबत में जब खण्ड विकास अधिकारी निघासन जयेश कुमार सिंह से ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत सुथना में सालों से (राम प्रसाद आलू वाले के घर से हरपाल मिस्त्री के घर तक) कीचड़ व गन्दे पानी से बदहाल रास्ते के बारे में जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है इसे तत्काल निरीक्षण करवा रहा हूं ग्राम पंचायत सचिव राजेश भार्गव को समस्या नोट करा दिया है उन्होंने कहा है 10 से 15 दिन के अन्दर ही उक्त रास्ते को बनवाकर ग्रामीणों की समस्या से निजात दिलाई जाएगी।
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