अब्दुल वहीद काकर, धुले (महाराष्ट्र), NIT; परिवहन आयुक्त श्री प्रवीण गेड़ाम के पारदर्शक दलाल मुक्त आरटीओ कार्यालय आदेश महज दिखावा बन कर रह गया है। आज भी सभी आरटीओ कार्यालयों में बिना दलाल के कोई काम नहीं हो रहा है।
परिवहन आयुक्त का आदेश जलगांव, धुलिया, नंदूरबार ज़िले भर में लागू किया गया था लेकिन हकीकत में उन्हें अमली जामा पहनाने का कोई भी प्रयास नहीं किया गया है। जानकारी के अनुसार परिवहन आयुक्त के आदेश की धज्जियां प्रादेशिक परिवहन अधिकारी विजय लांडे , जलगांव उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जयंत पाटील, उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी दीपक पाटिल उड़ा रहे हैं।परिवहन आयुक्त ने आरटीओ एजेंटों को कार्यालयों में आने पर प्रतिबंध लगाया था। यदि आरटीओ ऑफिस परिसर में आना है तो उसके मापदंड तय किए गए थे, लेकिन जलगांव, धुले, नंदूरबार परिवहन विभाग उसका पालन कराने में असमर्थ दिखाई दे रहा है। यहां परिवहन आयुक्त श्री गेड़ाम के आदेश की सिरे से अवहेलना हो रही है। परिवहन विभाग धुलिया के अंतर्गत आने वाले आरटीओ कार्यालयों में भी गेड़ाम के आदेश की सिरे से अवहेलना हो रही है । मोटर वहान निरिक्षक तथा दलालों की मनमानियां जोरों पर चल रही हैं। ऑनलइन सेवा नियमों का उल्लंघन करते हुए आरटीओ ऑफिस में सुविधाओं का आभव है। आम आदमी को आरटीओ ऑफिस में कार्य हेतु घंटों कतार में खड़े होना पड़ रहा है। वही आरटीओ कार्यलयों मे दलालों का काम आसानी से हो रहा है जिसके कारण अनेक बार गड़बड़ियां भी उजागर हुई हैं। पिछले दिनों धुलिया आरटीओ ऑफिस में एक आरटीओ एजेंट ने ऑटो रिक्शा टैक्स रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़ा करने का प्रयास किया था जिसे बाद में नियमित किया गया है। इस प्रकार के अनेक उदहारण हैं।
आरटीओ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में दलालों द्वारा सामान्य नागरिकों की लूट के मुद्दे पर राज्य के परिवहन आयुक्त डा. प्रवीण गेडाम द्वारा अनेक बार बैठक बुलाईईगई। बैठक में गेडाम ने सभी को साफ निर्देश दिये थे कि आरटीओ कार्यालय में दलालों की दखल हद से अधिक नजर आ रहा है, ऐसे में इन पर अंकुश लगाना जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग के सारे काम आनलाइन किये जा रहे हैं लेकिन नागरिकों को इस बारे में अधिक जानकारी न होने से दलाल अब भी उसका फायदा उठाने से नहीं चूक रहे हैं।
जारी दिशा निर्देश में आयुक्त गेडाम नेअनिवार्य किया है कि राज्य के हर आरटीओ कार्यालय में फलक लगाना जरूरी है, जिसमें नागरिकों को वाहन संबंधी किसी भी काम के विषय में पूरी जानकारी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे काम के लिए आने वाले लोगों को दलालों की शरण में नहीं जाना पड़ेगा, किन्तु जलगांव, धुलिया, नंदुरबार आरटीओ कार्यालय में परिवहन आयुक्त के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। आरटीओ अधिकारी दलालों पर अंकुश लागने में असफ़ल होते दिखाई दे रहे हैं।
नागरिकों ने NIT संवाददाता को बताया है कि दलालों के माध्यम से अधिकारियों की जेब गर्म की जाती है।जिसके कारण आरटीओ कार्यालयों में दलालों का खूब काम हो रहा है। उन पर अंकुश लगाने की मांग आम जनता ने की है तथा राज्य के परिवहन आयुक्त के आदेश की अवहेलना करने वाले अधिकारियों की जांच करने की मांग भी की गई है।
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