खबर का असर, रतलाम - दाहोद - उज्जैन मेमू गाड़ी में फिर से होंगे 12 डिब्बे, एक साल से 8 डिब्बे वाली मेमू से परेशान थे यात्री | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

खबर का असर, रतलाम - दाहोद - उज्जैन मेमू गाड़ी में फिर से होंगे 12 डिब्बे, एक साल से 8 डिब्बे वाली मेमू से परेशान थे यात्री | New India Times

दाहोद उज्जैन मेमू ट्रेन में 30 अगस्त से फिर से 12 डिब्बे लगेंगे।
इसके साथ ही एक साल से अधिक समय से परेशानी झेल रहे थे लोग।

अब परेशानी दूर होगी ये ट्रेन आदिवासी क्षेत्र के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है,

लगभग एक साल से भी अधिक समय से डिब्बे की संख्या 12 से घटाकर 8 कर दी गई थी।

जिससे यात्रियों को परेशान होते हुए ठसाठस होकर इस गाड़ी में यात्रा करना पड़ती थी लोक डाउन में अगस्त 2022 से कोच संख्या कम की गई थी।

मेमू ट्रेन में डिब्बे कम करने से आ रही परेशानियों को लेकर न्यू इंडिया टाइम्स ने लगातार समाचार प्रकाशित किए थे।

प्रतिदिन इस रेलगाड़ी में बड़ी संख्या में हमारे आदीवासी बाहुल्य क्षेत्र के गरीब जनता व्यवसायी, कर्मचारी, श्रमिक, आम यात्रियों के अलावा गुजरात उपचार के लिए जाने वाले लोग भी सफर करते हैं।

ये गाड़ी फास्ट चलने के साथ ही सभी स्टेशन पर रुकती है। ऐसे में आदिवासी क्षेत्र के लोगों के लिए ये गाड़ी महत्वपूर्ण मानी जाती है ।

जनता एक्सप्रेस बंद होने से एवं मेमो में 8 डब्बे से, यात्रियों को बनी रही परेशानी

मेमू ट्रेन में हमेशा भीड़ बनी रहती है।

कोरोना काल में रेल सेवाएं बंद होने के बाद जब फिर से शुरू हुई तब भी मेमू को काफी समय तक चालू नहीं किया गया था।
दूसरी ओर कोरोना काल के बाद बंद हुई फिरोजपुर-मुंबई जनता एक्सप्रेस के कारण सुबह रतलाम से मेघनगर, दाहोद एवं शाम को दाहोद से मेघनगर,रतलाम की ओर जाने आने में आने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में ये मेमू ट्रेन यात्रा के लिए एक मात्र सुविधा रह गई है। अभी ऐसे हालात हैं कि यात्रियों को पैर रखने की जगह नहीं मिलती।

कई यात्री ट्रेन में चढ़ भी नहीं पाते। अब जाकर यात्रियों को मेमू में 12 डिब्बे करने पर भीड़ से निजात मिलेगी।

रेलखंड पर सुविधाएं बढ़ाने की मांग

रतलाम- दाहोद रेलखंड पर सामान्य श्रेणी के रेल यात्रियों के लिए सीमित सुविधाऐं हैं। लंबे समय से एक नई लोकल ट्रेन चलाने की मांग है, लेकिन ये पूरी नहीं हो पा रही। सुबह मेमू के बाद शाम को कोटा-बडौदा पार्सल के बीच एक भी ट्रेन दिनभर नहीं है। एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टॉपेज के लिए भी कई बार मांग की जा चुकी है।

दूसरी ओर रतलाम से मंदसौर, नीमच, अजमेर, जयपुर तक कई साल पहले ब्राडगेज लाइन डलने के बाद भी दाहोद, मेघनगर, बामनिया से सीधा संपर्क नहीं है।

रेल मंत्री से मुलाकात कर भरोसा दिलाया था

लोगों ने कई जगह मांग की, नेताओं व अफसरों से गुहार लगाई थी। आखिर में सांसद गुमानसिंह डामोर ने पंद्रह दिन पहले दावा किया था कि अगस्त के आखिर तक फिर से 12 कोच हो जाएंगे। मॉनसून सत्र में रेलमंत्री से हुई मुलाकात में उन्होंने से इसका भरोसा दिलाया था।

कोच संख्या बढ़ाए जाने की पुष्टि रतलाम मंडल रेल प्रबंधक ने की है।

पहले की तरह कोच होंगे: डीआरएम

दाहोद रतलाम- नागदा- उज्जैन मेमू ट्रेन 30 अगस्त से पूर्ववत 12 कोच के साथ चलेगी। इसके लिए अधिकारिक आदेश की कार्यवाही की जा रही है। रजनीश कुमार, डीआरएम, रतलाम मंडल


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By nit

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