तपस्वी प्रज्ञा भंडारी एवं राहुल वागरेचा का हुआ पारणा | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

धर्म भगवान के अनुसार होगा तो ही अच्छा है धर्म में यातना होनी चाहिए जैसे-जैसे ज्ञान बढ़ेगा वैसे-वैसे जीव पापों से दूर होता जाता है गुरु के सनमुख होने का प्रयास करना व्यापारी व्यापार लाभ के लिए करता है उसी प्रकार जीव सुख चाहते हैं सुख है वहां संयम जहाँ रविवार धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए

पूज्य संयत मुनीजी ने वर्तमान में धर्म को किस तरह जीवन में उतरना बताया एवं प्रज्ञा पलाश भंडारी एवं राहुल दिनेश वागरेचा के मास खमण नीलेश वागरेचा के 11 उपवास की तपस्या पूर्ण करते हुए जयकारों के साथ जल्दी शासन माता की पूजा तीनों मंदिर पर दोनों परिवार द्वारा जाकर पूजा की गई। पश्चात अणु स्वाध्याय भवन में मासक्षमण तपस्वियों एवं सिद्धी तप तपस्वियों की अनुमोदना करते हुए मुनिश्री ने उनका यह तप उनके लिये मंगलकारी कल्याणकारी बने ऐसी भावना फरमाई। राहुल की तपस्या पूर्ण होने पर विभिन्न संस्थाओ में दान एवं प्रभावना का लाभ राहुल दिनेश वागरेचा ने लिया। रविवार होने से बाहर से दर्शनार्थी पधारे जिसमें नागदा जक्सन से नवयुवक मंडल भी उपस्थित रहे दोपहर बच्चों का विशेष धार्मिक शिविर आयोजित किया गया संचालन विपुल धोका ने किया।


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