मणिपुर की शर्मनाक घटना को लेकर कांग्रेसियों ने जुलूस निकाल कर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन | New India Times

राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

मणिपुर की शर्मनाक घटना को लेकर कांग्रेसियों ने जुलूस निकाल कर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन | New India Times

देश के हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ अराजक भीड़ द्वारा किये गये शर्मनाक और अमानवीय व्यवहार को लेकर कांग्रेस मोर्चा प्रकोष्ठों ने जूलूस निकालकर विरोध जताया एवं महामहिम राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

1- कार्यक्रम से पूर्व कांग्रेस के सैकड़ो कार्यकर्ता स्थानीय सिविल लाईन तिराहे पर एकत्र हुए और नगर के मुख्य मार्ग से होकर जूलूस की शक्ल में लगभग 3 किलोमीटर दूरी तय की। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार और राज्य सरकार के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की। तहसील कार्यालय पहुँचकर प्रदर्शनकारियों ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम प्रेषित ज्ञापन का वाचन कर अनुविभाीय अधिकारी देवरी को सौंपा।

2- ज्ञापन में बताया गया कि मणिपुर में विगत ढाई माह से अधिक समय से चल रही हिंसा अशांति के कारण कानून व्यवस्था ठप है। राज्य में हिंसा और अमानवीय घटनाओं के कारण सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है एवं लाखों लोग पलायन कर चुके हैं। राज्य में बढ़ती हिंसा और अराजकता के कारण लोग नरकीय जीवन जी रहे हैं।

3- मामले में राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार का रवैया खेदजनक है। ज्ञापन में बताया गया कि मणिपुर के कांम्पोक्सी जिले में विगत दिनों अराजक भीड़ द्वारा महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाये जाने एवं उनके साथ सामूहिक एवं आमनवीय बर्ताव का मामला सामने आया जिससे पूरे देश का महिला समुदाय शर्मसार हुआ है। ज्ञापन में बताया गया कि हिंसाग्रस्त प्रदेश में विगत 3 मई से 29 जून तक कुल 5960 अपराध पंजीबद्ध किये गये जिसमें जघन्यतम हत्या एवं महिला के साथ नृशंस अपराध शामिल है। ज्ञापन में बताया गया कि कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा कर पाकिस्तान के नापाक मंसूबे धवस्त करने वाले सैनिक की पत्नि की दंगाईयों से रक्षा नहीं हो सकी। यह घटना देश की कानून व्यवस्था और समाज पर काला धब्बा है। विगत ढाई माह के बाद भी मणिपुर सरकार प्रशासन और केन्द्र सरकार राज्य में हिंसा और अराजकता रोकने में पूर्णतः असफल रही है। ज्ञापन में मांग की गई कि हिंसाग्रस्त मणिपुर में निर्दोष नागरिकों की रक्षा क़ानून व्ययवस्था बहाल करने के लिए प्रदेश सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। ज्ञापन में मांग की गई कि मणिपुर में नागरिकों को हिंसा से बचाने के लिए समुचित कदम उठाये जाये एवं महिलाओं के साथ हुए जघन्य शर्मनाक वारदात के दोषियों को तत्काल गिरफ़्तार कर उन पर कठोर कार्रवाई की जाये। सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।

फेसबुक पर पूर्व मुख्यमंत्री के चरित्र हनन से कांग्रेस में आक्रोश

4- सोशल मीडिया फेसबुूक पर सोशल मीडिया पोस्टों एवं प्रसारित वीडियों के मध्य में विज्ञापन के रूप में प्रसारित एक आपत्तिजनक वीडियों में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को करप्शननाथ बताकर उनके चरित्र हनन के कुत्सित को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कड़ा आक्रोश व्यक्त किया एवं राष्ट्रपति के नाम एसडीएम देवरी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई। ज्ञापन में बताया गया कि फेसबुक द्वारा एक आपत्तिजनक और चरित्रहनन संबंधी वीडियों सत्तारूढ़ भाजपा के विज्ञापन के रूप में स्वीकार किया जाना एवं उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जाना निंदनीय एवं कानूनों का खुला उल्घंन है। ज्ञापन में कहा गया कि सोशल मीडिया साइटों के लिए शासन द्वारा तय नियमों के विरूद्ध ऐसे वीडियों को विज्ञापन के रूप में स्वीकार किया जाना गंभीर अपराध है। ज्ञापन में कहा गया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म द्वारा अपने यूजर से अनुमति लिये बगैर ही ऐसे कन्टेन्ट उसे परोसकर यूजर की वैयक्तिक स्वतंत्रता का भी हनन किया है। ऐसे प्रसारणों पर तत्काल रोक लगाकर मामले की जांच एवं दोषियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर दण्डनीय कार्रवाई की जाए।


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