अरशद आबदी, झांसी ( यूपी ), NIT; जनता की शिकायत पर झांसी के कमिश्नर अमित गुप्ता ने आज आरटीओ विभाग में छापा मारा। जिससे आरटीओ आफिस में खलबली मच गई।
मिली जानकारी के मुताबिक़ झाँसी के आरटीओ विभाग में गाड़ी के फिटनेस, लाइसेंस और अन्य कामों के लिए रिश्वत का कारोबार धडल्ले के साथ चलता रहता है। यह खेल इतना बड़ा है कि कार्यवाही के नाम पर सिर्फ लीपापोती से ज्यादा और कुछ भी नहीं होता। शायद यही वजह है कि विभाग में काम कर रहे अधिकारीयों पर खुलेआम रिश्वत मांगने के आरोप लगते रहे हैं। अपनी गाड़ियों के फिटनेस करने आरटीओ विभाग पहुंचे लोगों ने फिटनेस के नाम पर मांगे जाने वाली रिश्वत को लेकर झाँसी के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की थी। गाड़ी मालिक ने बताया कि आरटीओ विभाग में गाड़ियों के फिटनेस के नाम पर एआरटीओ अधिकारी विवेक शुक्ला खुलेआम ₹1000 की रिश्वत की मांग करते हैं। रिश्वत न देने पर विभाग के अधिकारियों और दलालों के द्वारा फिटनेस कराने आए वाहनों में कमियां निकाल कर लोगों को विभाग के चक्कर लगाने पर मजबूर कर देते हैं। जिसके बाद मजबूर व्यक्ति गाड़ी की फिटनेस के लिए अधिकारियों को दलालों के जरिए रिश्वत देने को मजबूर हो जाता है। उसके बाद गाड़ियों का फिटनेस किया जाता है। इससे पहले भी एआरटीओ विवेक कुमार शुक्ला के ऊपर एक पत्रकार से गाड़ी की फिटनेस को लेकर अभद्रता और रिश्वत की मांग की जा चुकी है। जिसको लेकर उक्त पत्रकार द्वारा विवेक शुक्ला और अन्य दलालों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया गया था। इस घटना के कुछ समय बाद झाँसी के जिलाधिकारी ने स्वयं छापा मारकर कई दलालों को रंगे हाथों पकड़ा था। उस वक्त भी दलालों ने एआरटीओ द्वारा लाइसेंस बनवाने के एवज में ₹1000 रिश्वत की बात कबूली थी। हैरानी तो इस बात की है की एआरटीओ विवेक शुक्ला का रिश्वत प्रकरण में कई बार नाम आने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं कीईगई है। ऐसे संगीन मामलों में आरोपी एआरटीओ विवेक कुमार शुक्ला के ऊपर कारवाई ना होना शासन प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया लगा रहा है।शिकायत पर आरटीओ विभाग पहुंचे झाँसी के कमिश्नर ने मीडिया को बताया कि वह आरटीओ विभाग का निरीक्षण करने आए थे। आरटीओ विभाग से संबंधित कई शिकायतें मिली हैं, जिसकी जांच की जा रही है। झाँसी कमिश्नर अमित गुप्ता ने बताया, लोगों को अपनी गाड़ियों से संबंधित कार्य कराने में जो भी समस्याएं आती हैं उसी के संबंध में निरीक्षण किया गया है।
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