मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
छिन्दवाड़ा कांग्रेस सेवादल द्वारा रानी दुर्गावती खजरी चौक पर ओवर ब्रिज का काम शीघ्र प्रारंभ किए जाने को लेकर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव का पुतला दहन किया गया और रेल्वे विभाग से यह मांग की गई कि रेल्वे विभाग की घोर लापरवाही और लेटलतीफी के कारण मेडिकल कॉलेज के सामने बन रहे रेल्वे ओवर ब्रिज का काम अभी तक प्रारंभ नही हो पाया है। 22 करोड़ की लागत से बन रहे रेल्वे ओवर ब्रिज के बनते-बनते 3 साल हो गए लेकिन ओवर ब्रिज बनकर तैयार नहीं हो पाया जिसके कारण यहाँ के क्षेत्रवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस ओवर ब्रिज को जुलाई 2020 में बनकर तैयार हो जाना चाहिए था किंतु इसकी समय सीमा एक साल पहले ही समाप्त हो चुकी है इसके बावजूद भी मात्र 35 मीटर के ब्रिज का काम रेल्वे विभाग पूरा नहीं कर पा रहा है। इस ओवर ब्रिज को बनाने के लिए 22 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे जिसमें से अभी तक 19 करोड़ रुपए इस ब्रिज को बनाने मे खर्च हो चुके है लेकिन ओवर ब्रिज बनकर तैयार नहीं हो पाया।
इस ओवर ब्रिज के नहीं बनने के कारण स्थानीय रहवासी बहुत आक्रोशित हैं। बारिश के दिनों में यहाँ से निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है। रेल्वे ओवर ब्रिज के दोनों ओर बड़े-बड़े गढ्ढे हो गए हैं जिससे आवागमन में बहुत मुश्किल होती है और आए दिन यहा दुर्घटनाएं होती रहती हैं। अभी हाल ही में ओवर ब्रिज पर एक कार चढ़ गई थी जिसे बमुश्किल से निकाला जा सका और यह क्षेत्र वीआईपी रिहायशी क्षेत्र में आता है इसके बाद भी रेल्वे विभाग इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम ने ओवर ब्रिज के नीचे दुकानें बनाने का प्रस्ताव रखा है जिसका स्थानीय दुकानदार भारी विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस सेवादल ने नगर निगम से यह मांग की है कि यहाँ पर दुकानों का निर्माण ना किया जाए इसके स्थान पर यहां पार्किंग स्थल बनाया जाए।
रेल्वे विभाग से कांग्रेस सेवादल ने रह मांग रखी है कि ओवर ब्रिज का काम शीघ्र पूरा किया जाए अन्यथा कांग्रेस सेवादल रेल रोको आंदोलन करेगा और साथ ही साथ सेवादल ने यह मांग भी रखी कि पेंचव्हेली फास्ट पैसेंजर शीघ्र प्रारंभ की जाए।
इसी बात को लेकर कांग्रेस सेवादल ने आज रेलमंत्री का पुतला दहन किया। इस कार्यक्रम में सेवादल के निम्न पदाधिकारी उपस्थित हुए जिसमे राकेश मरकाम, नेपाल सिंग उईके, शेषराव उईके, बालाराम परतेती, दिनेश डेहरिया, संजय पांडे, पंचम अमरोदे, विनय रणदीवे, जुगनू धुर्वे, शबाना यास्मीन खान, सीमा शुक्ला, करिश्मा डेहरिया, देशराज बारस्कर, राघवेंद्र शाह, कन्हैया सिंगोनिया, संजय विश्वकर्मा, रंजीत रविकर, विनोद चौरे, सतीश डेहरिया, राजेन्द्र डोंगरे, अखलेश पवार, दीपक घोरसे, नरेश इवनाती, रमाकांत सातनकर, आशुतोष रिवारे, संजय शेंडे, रामपाल सोमकुंवर, प्रमोद साखरे, दीपांशु लोखंडे, अनेश उईके आदि प्रमुख उपस्थित हुए।
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