मेहलका इकबाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
ऐडवोकेट और शायर आबिद अहमद खान तालिब हाशमी से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के प्रसिद्ध अधिवक्ता स्वर्गीय रियाज अहमद खान के 43 वर्षीय युवा इंजीनियर पुत्र ज़ीशान अहमद खान का गुरुवार को कोरोना से पीड़ित होने के कारण महाराष्ट्र के अमरावती में निधन हो गया। पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर होने के कारण वह महाराष्ट्र में नागपुर के एक कंपनी में सेवा में नियोजित थे। नागपुर में अपने दो नॉन मुस्लिम पड़ोसियों के कोरोना से प्रभावित होने के कारण बुरहानपुर के इंजीनियर पुत्र ने अपनी जानकी परवाह न करते हुए अपने जीवन को उन दोनों की सेवा चाकरी में समर्पित कर दिया और स्वयं इस बीमारी का शिकार हो गए। कोरोना से प्रभावित होने के कारण अमरावती के महाराष्ट्र में वह अपने बड़े भाई डॉक्टर रेहान अहमद खान के आवास पर चले गए जहां उनके संरक्षण में प्राइवेट अस्पतालों में उनका इलाज शुरू हुआ लेकिन कोरोना से वह हार गए। कोविड 19 के बंधन और नियमों के कारण उनके पार्थिव शरीर को बुरहानपुर लाना संभव नहीं था इसके कारण शुक्रवार को प्रातः 8:30 कोविड प्रोटोकॉल के तहत अमरावती में ही उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया। बुरहानपुर में खानका मस्जिद और अहले हदीस की मस्जिद में मरहूम की गाऐबाना नमाजे जनाजा पढ़कर उनकी मगफिरत की दुआ की गई कि अल्लाह ताला उन्हें जन्नत में आला मक़ाम अता फरमाए और परिवार वालों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे। बताना उचित होगा कि स्वर्गवासी इंजीनियर का 7 साल और 2 साल का बेटा है और 5 साल की एक बेटी है।
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