अलीराजपुर में कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाने की जानकारी के अभाव में ग्रामणी आदिवासी किसान आम की फसल को लेकर पहुंचे मंडी, मंडी बंद होने से किसान होते रहे परेशान, जयस संगठन ने संभाल मोर्चा | New India Times

रहीम शेरानी हिदुस्तानी, अलीराजपुर (मप्र), NIT:

अलीराजपुर में कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाने की जानकारी के अभाव में ग्रामणी आदिवासी किसान आम की फसल को लेकर पहुंचे मंडी, मंडी बंद होने से किसान होते रहे परेशान, जयस संगठन ने संभाल मोर्चा | New India Times

आदिवासी बाहुल्य जिला अलीराजपुर की देशी आम की मंडी पूरे देश मे प्रशिद्ध हैं. वर्तमान में कोरोना महामारी की वजह से देश में कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है. जिले में कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाने की जानकारी के अभाव में पूर्व से सभी को कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने की जानकारी नहीं होने के कारण पूर्व सूचना अनुसार सोमवार से स्थानीय देशी आम मंडी प्रारम्भ होना तय किया गया था. आदिवासी ग्रामीणों को जानकारी से अनभिज्ञ होने से ग्रामीण अपनी आम की फसल लेकर मंडी के बाहर आम से लदे ट्रैक्टरों एवं वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।

स्थानीय मंडी बंद होने से ग्रामीण किसान बहुत परेशान होकर मंडी बंद होने से सुबह-सुबह जयस जिला उपाध्यक्ष श्री अरविन्द कनेश को फोन कर इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही जयस कार्यकता मंडी प्रांगण पहुंचे।

इसी दौरान मंडी प्रशासन ने मोहम्मद भाई फ्रूट वाला को एहतियातन पूछताछ के लिए थाने पर बुलवा कर बिठाया।
जद्दोजहद की स्थिति के बीच प्रशासन ने आम से भरी गाड़ियों को मंडी के अंदर रखवाया। जयस जिला अध्यक्ष विक्रम चौहान, उपाध्यक्ष अरविन्द कनेश ने जिला प्रशासन के अधिकारियों, कर्मचारियों से चर्चा कर मांग की कि खराब मौसम एवं बिना मौसम के समय पानी गिरने की वजह से बड़ी संख्या में ग्रामीण अंचल का हजारों क्विंटल देशी आम की फसल खराब हो रही है, ऐसे में किसानों ने मंडी में अपनी आम की फसल को बेचने के लिए लेकर आए हैं।

उन्हें कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए मंडी को संचालित करने हेतु मंडी प्रशासन से आग्रह किया गया, जिसके परिणामस्वरूप कुछ समय पश्चात मंडी को चालू किया गया। जिससें किसानों के चेहरे पर मुस्कान दिखी और जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) को सहयोग के लिए किसानों ने धन्यवाद दिया साथ ही जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश भाई पटेल ने भी मंडी चालू होने पर किसानों के साथ खड़े रहे और हर सम्भव किसानों का साथ देने का अश्वशन दिया।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading