हिमांशु सक्सेना, ग्वालियर (मप्र), NIT:
ग्वालियर शहर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के संकेत मिलना शुरू हो गए हैं। दूसरी ओर जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण की शुरुआत में तैयार किया सेटअप खत्म कर दिया है जिसका परिणाम यह कि भीड़ में संक्रमितों को तलाशने की बात तो दूर मरीजों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अक्टूबर में संक्रमण दर 7.23 थी लेकिन नवंबर के शुरुआती 15 दिनों में यह आंकड़ा 10 को पार कर गया है। गौर करने वाली बात यह है कि अक्टूबर में हर रोज औसतन 1231 सैंपलों की जांच की गई जबकि नवंबर में औसत टेस्टिंग का आंकड़ा 791 ही है ऐसे में कम सैंपलिंग के बावजूद संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कमोवेश कुछ ऐसी ही स्थिति जुलाई और अगस्त में देखने को मिली थी जिसके बाद सितंबर में कोरोना की पहली लहर में रिकॉर्ड 5476 लोग संक्रमण की चपेट में आए थे। हालांकि सितंबर में हुए कोरोना ब्लास्ट के बाद भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सैंपलिंग बढ़ाने पर ध्यान नहीं दे रहा है।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.