नई सोच नई पहल: गोपाल किरण समाज सेवी संस्था एवं प्रयास द्वारा नि:शुल्क दवा एवं निःशुल्क जांच हमारा अधिकार विषय कार्यशाला आयोजित | New India Times

संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:

नई सोच नई पहल: गोपाल किरण समाज सेवी संस्था एवं प्रयास द्वारा नि:शुल्क दवा एवं निःशुल्क जांच हमारा अधिकार विषय कार्यशाला आयोजित | New India Times

नि:शुल्क दवा एवं निःशुल्क जांच हमारा अधिकार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला गोपाल किरण समाज सेवी संस्था एवं प्रयास के संयुक्त तत्वाधान में राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान सिटी सेंटर ग्वालियर में आयोजित की गई।

इस अवसर पर कार्यक्रम के बारे में कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. नरेंद्र गुप्ता प्रतिनिधि जन स्वास्थ्य अभियान राजस्थान एवं सलाहकार प्रयास ने गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए समुदाय की जागरूकता एवं उसके योगदान पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि संविधान में जीने का अधिकार दिया है तो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा का अधिकार भी इसमें निहित है। देश के समस्त नागरिकों को समान्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 5 प्रतिशत खर्च करना है किन्तु इसके विपरीत सरकार मात्र 1.2 प्रतिशत ही खर्च रही है। देश में आधे से अधिक महिलाएं एवं बच्चे कुपोषित हैं।

नई सोच नई पहल: गोपाल किरण समाज सेवी संस्था एवं प्रयास द्वारा नि:शुल्क दवा एवं निःशुल्क जांच हमारा अधिकार विषय कार्यशाला आयोजित | New India Times

डॉ. गुप्ता ने निःशुल्क दवा एवं जांच योजना पर विस्तृत्व वक्तव्य देते हुए कहा कि भारत में निर्मित जेनेरिक दवाइयों का विश्व के 200 से अधिक देशो में निर्यात किया जाता है हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा तीसरे नम्बर का देश है जो दवाइयां बनाता है। प्रदेश में निःशुल्क दवा, निःशुल्क जांच योजना संचलित है किँतु जानकारी के अभाव में अनेक व्यकितयों को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इन योजनाओं के लागू होने से सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर रोगी भार तो बढ़ा है किंतु संसाधनों का विस्तार नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि जेनेरिक एवं ब्रांडेड दवाओं की गुणवत्ता में कोई अंतर नहीं है। सरकार का दवाओं के मूल्य निर्धारण का बजट बहुत अल्पतम है। राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बजट का अभाव है। इसके लिए जन स्वास्थ्य अभियान द्वारा लगातार मांग की जा रही है। अभी भी 80 प्रतिशत व्यकितयों को उपचार के लिए होने वाला व्यय जेब से करना पड़ रहा है उसमें से भी 70 प्रतिशत व्यकितयों का पैसा केवल दवाइयों पर खर्च होता है। शुरुआत में इस योजना का संचालन 80 प्रतिशत ठीक हो रहा था लेकिन अब घट कर 60 प्रतिशत से कम हो गया है, इसका कारण है कि जिस प्रकार से संचलन होना चाहिये वैसा नहीं हो पा रहा है। इसके लिए समुदाय के निगरानी की आवश्यकता है। अतः हमें जागरूक होने की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम में डॉक्टर ए. के. दीक्षित, क्षेत्र संचालन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवायें अपने उद्बोधन में बताया कि कैसे स्वास्थ्य सविधाओं का लाभ जन मानस तक पहुंचाया जा सकता है, इसका हम सब भरसक प्रयास कर सकते हैं। शासन की बहूउद्देशी योजनाएं जन मानस की भलाई में ही शीघ्रता से लागू हो यह हम जैसे जिम्मेदार लोगों की प्राथमिकता है। इसी तारतम्य में डॉ. के.के. दीक्षित अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति ग्वालियर ने भी अपने विचार व्यक्त किये। डॉ.आर. पी. सरल उप संचालक ग्वालियर ने शासन द्वारा संचालित स्वास्थ्य सम्बन्धित योजनाओं के बारे में बताया। डॉ. प्रवीण गौतम प्रोफ़ेसर मेडिकल काॅलेज दतिया ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं में आभी प्राथमिक स्तर पर काफी आवश्यक जरूरत है। डॉ.गौतम ने बड़ी ही स्पष्टता के साथ नकारात्मक व सकारात्मक पहलू को रखा। कार्यशाला में संभाग के जिले भिंड, मुरैना, दतिया गुना आदि से आये सहभागियों ने भी अपने विचार रखे।

इस कार्यक्रम में 50 से आधिक प्रतिभगियों ने भाग लिया प्रयास भोपाल की ओर से कार्यक्रम समन्वयक विजयपाल सिंह व माधव लाल गोपाल किरण समाज सेवी संस्था से श्रीप्रकाश निमराजे एवं जहाँआरा, ज्योति कदम हरप्रीत कौर, डॉ. अरविंद रुनवाल, प्रदीप कश्यप, देवेंद्र शर्मा, गोपाल सिंह, डा. मोतीलाल यादव, कविता सोनी,जयंत भिड़े, रजनी सक्सेना, जे.पी.दिवाकर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।
कार्यक्रम संचालन श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, गोपाल किरण समाज सेवी संस्था ने धन्यवाद जहाँआरा ने ज्ञापित किया।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading