अब्दुल वहीद काकर, धुलिया ( महाराष्ट्र ), NIT; राष्ट्रीय महा मार्ग क्रमांक 6 स्थित कुसूंबा -धुलिया महा मार्ग ने ना सिर्फ यातायात की रफ्तार रोकी है बल्कि दो पहिया वाहन चालकों का सफर जोखिम भरा कर दिया है। अफसोस की बात तो यह है कि मुख्य सड़क के बीचोबीच बड़े होते जा रहे गड्ढों को भरने के लिए निर्माण एजेंसियों ने अभी तक कोई पहल नहीं की है। सड़क पर उड़ती धूल ने लोगों का सफर मुश्किल भरा कर दिया है।
नेशनल हाईवे क्रमांक 6 धुलिया-सूरत महामार्ग का चौपदरीकरण निर्माण कार्य शुरू होने के कारण सड़क एकल हो गयी है। सड़क पर गड्ढों के बड़े होने से दुर्घटना की आशंक और भी बढ़ गई है। अनेक स्थानों पर रोड पर छोटे छोटे गड्ढे बड़े गड्ढों में तबदील होते जा रहे हैं। कुसुम्बा गांव से गुजरे वाले नेशनल हाइवे से बड़ी संख्या में छात्राएं दुपहिया वाहनों से विद्यालय, महाविद्यालयों में आने जाने के लिय प्रतिदिन इन गहरे गड्ढों की सड़क से यातायात करने पर मजबूर हैं, साथ ही सड़क निर्माण की धूल आँखों में चली जाने के कारण कभी कभी संतुलन बिगड़ जाने के कारण दुर्घटनाओं का भी सामना करना पड़ता है।
कुसुम्बा गांव से धुलिया की सड़क के चारों ओर गड्ढे हो गए हैं। यह गड्ढे लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। रोड पर छोटे-छोटे गड्ढे बड़े गड्ढों में तबदील होते जा रहे हैं। गड्ढे को भरवाकर इनकी मरम्मत कर डंबरीकरण तुरंत किए जाने जरूरत है ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके। सडक़ की मरम्मत का कार्य तुंरत शुरू करने का आदेश संबंधित विभाग को देने की मांग का ज्ञापन धुलिया तहसील विद्यार्थी मंच के जाधव तुषार भगवान , भामरे क्लपेश अमृत , साजिद बशीर शेख , पाटिल नितिन कुमार , गोपाल अशोक निबा , पाटिल रोहित, सतीस खैरनार, राजेन्द्र संजय आदी छात्रओं ने की है।
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