मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

तालीमी इजलास के सिलसिले में भारत के महा नगरों की शैक्षणिक टीम के सदस्यों ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार डॉ. ज़ाकिर हुसैन ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट में विज़िट की। यहां ऑल इंडिया एजुकेशन मूवमेंट सोसाइटी के इल्मी कारवां के अध्यक्ष एवं शिक्षाविद डॉ. सफी अनवरी (बीड़) द्वारा महिला सशक्तिकरण पर परस्पर विचार विमर्श किया, जिसमें उन्होंने कहा: तालीम अगर सही हो तो अखलाक़ परवरिश में दिखते हैं। उन्होंने कहा जात पात धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में अपना योगदान दें।

इस अवसर पर संस्था के डायरेक्टर डॉ. वीरेन्द्र स्वर्णकार निर्झर ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा: यत्र नार्यस्तु पुजयन्ते तत्र रमन्ते देवता तथा यह भी कहा कि एक स्त्री का शिक्षित होना एक पीढ़ी का शिक्षित होना है क्योंकि हर बालक की पहली गुरु माता होती है। स्त्री दृढ़ विचारों को लेकर सशक्त रूप में खड़ी रहेगी तभी देश विकास की ओर अग्रसर होगा। संस्था प्राचार्य डॉक्टर निकहत अफ़रोज़ ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा जन्म से लेकर मृत्यु पर्यंत चलने वाली सतत प्रक्रिया है। निकहत अफ़रोज़ ने यह भी कहा एक शिक्षित नारी खुद अपनी कहानी लिख सकती है। कोई उस पर अपनी मनमानी या कहानी नहीं चला सकता। जब से नारी पढ़ने लगी है,वो आगे बढ़ने लगी है।इस अवसर पर संस्था सचिव क़ाईद इस्माईल भाई सुरूरी, इल्मी कारवां सदस्य क़ाज़ी गौस मोहियूद्दीन तथा तेहसीन उल हक़ (लालू सेठ) और योगेश्वर महाजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रोफेसर सुनीता चौकसे ने किया।