नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
कुछ दिनों पहले ऑन ड्यूटी पुलिस कर्मी अनील सुरवाड़े पर हमला करने के आरोप में फरार हो चुके दोषी फिरोज शेख, खाजा तड़वी को पहुर पुलिस ने परली जिला बीड से हिरासत में लिया है। आरोपियों को पेशेवर इनामी मुजरिमों की तरह पहुर बस स्टैंड से लेकर थाने तक पैदल ले जाया गया। इस जुलूस के पीछे पुलिस का मकसद साफ था कि जनता के बीच पुलिस की आन बान शान को बरकरार रखना और गुनहगारों के बीच कानून का निज़ाम कायम करना। विदित हो कि कुछ साल पहले फत्तेपुर में किसी सरकारी मुहिम के दौरान बंदोबस्त के लिए तैनात अनील सुरवाड़े को ठेला धारकों की हाथापाई का सामना करना पड़ा था। अल्पसंख्यक समुदाय के तत्वों का एक ही पुलिस कर्मी से बार बार विसंवाद क्यों हो रहा है या फिर इस कर्मी की अल्पसंख्यक समुदाय के तत्वों से ही अनबन क्यों हो रही है? आम समाज से उठ रहे इन स्वाभाविक सवालों ने सबको चौंका दिया है। इस केस को लेकर कोर्ट में जब ट्रायल चलेगा तब शायद इन सवालों के जवाब मिलेंगे। गले मे प्रेस का रिबन उसमें आई डी पिरोकर काम करने वालों में से किसी ने भी इस मामले को लेकर तर्क को आधार बनाकर प्रशासन से सवाल पूछना ठीक नहीं समझा।
कुंभ के लिए अतिक्रमण हटेगा
गोदरी गांव में 25 से 30 जनवरी के बीच होने वाले संत सम्मेलन के लिए जामनेर शहर का कच्चा अतिक्रमण फिर से हटाया जा सकता है। प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है लेकिन प्रशासन के अंदर शासन की तरह काम करने वाले नेताजी के वफादारों की ओर से समाज में अतिक्रमण को लेकर अग्रिम सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं! कुंभ के प्रबंधन का हिस्सा बनाए गए गरीब अतिक्रमितों ने 6 दिनों तक अपने छोटे मोटे रोजगार बंद रखने की मानसिकता पहले से ही बना ली है। वैसे संत सम्मेलन यानी कुंभ के लिए मुख्य प्रवेश द्वार औरंगाबाद की ओर से नेशनल हाईवे से रहेगा। संमेलन के लिए पधारने वाले संतों की समय सारणी उपलब्ध हो चुकी है।
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