अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:
अयोध्या में हुए बाबरी विध्वंस की बरसी पर मंगलवार को महानगर समाजवादी पार्टी ने कलंक दिवस मनाया। इस दौरान हाथों पर काली पट्टी बांध विरोध भी जताया गया।जिला प्रशासन को ज़िला अध्यक्ष गुड्डू काकर के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी जिला कार्यकारिणी सदस्य ज़िला अधिकारी कार्यालय प्रवेश द्वार पर एकत्र हुए। 30 साल पूर्व अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना पर विरोध जताते हुए उन्होंने इस दिन को कलंक दिवस के रूप में मनाया। कार्यकर्ताओं ने हाथों में काली पट्टी बांध विरोध जताया। इस दौरान गुड्डू काकर ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को जब पूरा देश वैचारिक विचलन और मंथन के दौर से गुजर रहा था, उस समय भाजपा और कांग्रेस के कारण देश के माथे पर कलंक लगा दिया गया। दोनों ही पार्टियों के कारण बाबरी मस्जिद का विध्वंस हुआ और देश को जाति-धर्म के नाम पर बांटने का प्रयास किया गया। इस मौके पर इनाम सिद्दीकी, डॉक्टर सरफराज अंसारी, जमील मंसूरी, अमीन पटेल, अकील अंसारी, खुर्शीद हाजी, इस्लाम अंसारी आदि ने तत्कालीन सरकार का विरोध जताया और श्री कृष्णा कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार संबंधित दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराने मांग की गई।