गुलशन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:
उद्भव सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान की ओर से आयोजित किए जा रहे चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय ग्वालियर साहित्य उत्सव का आज 27 अगस्त शनिवार को आगाज होगा। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट (आईआईटीटीएम) के सभागार में दोपहर 12 बजे प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव बतौर मुख्य अतिथि उत्सव का शुभारंभ करेंगे। मप्र. गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल के अध्यक्ष आशुतोष तिवारी, इंग्लैंड की साहित्यकार डॉ. परीन सोमानी एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक श्रीधर पराडकर विशिष्ठ अतिथि होंगे।
संस्था के अध्यक्ष डॉ. केशव पाण्डेय ने बताया कि उत्सव में देश-विदेश के जाने-माने साहित्यकार शिरकत करेंगे। इंग्लैंड की डॉ. परीन सोमानी का शुक्रवार को आगमन हुआ। नगर आगमन पर संस्था के पदाधिकारियों ने भारतीय संस्कृति और सभ्यता के अनुरूप उनका भव्य स्वागत किय जिससे वे गदगद हो गईं और कहा कि ग्वालियर की पावन धरा पर कदम रखते हुए सुखद अनुभूति का अहसास हुआ है। निश्चित तौर पर साहित्य उत्सव शहर के लिए सकारात्मक संदेश देने वाला साबित होगा। एयरपोर्ट पर दीपक तोमर, सुरेंद्र कुशवाह, मनोज अग्रवाल, आलोक द्विवेदी एवं शरद यादव ने उनकी अगवानी कर स्वागत किया।
संस्था के सचिव दीपक तोमर ने बताया कि पहले दिन शुभारंभ समारोह के पश्चात ग्वालियर का साहित्यिक अवदान विषय पर प्रथम सत्र होगा। जिसमें नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रो.गोविंद शर्मा, राजा मानसिंह संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. दिनेश पाठक, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. आशा वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सुरेश सम्राट एवं डॉ. मंदाकिनी शर्मा का व्याख्यान होगा।
इंग्लैंड और नेपाल की साहित्यिक संस्कृति के बिखरेंगे फूल
अखिल भारतीय साहित्य परिषद एवं सेंट्रल अकेडमी स्कूल के सहयोग से आयोजित इस साहित्य उत्सव में साहित्यकार भारत सहित इंग्लैंड और नेपाल की संस्कृति के विविध रूपों को प्रतिबिंबित करेंगे और साहित्य की खुशबू बिखरेंगे। साथ ही नेपाल की संस्कृति और सभ्यता के भी दर्शन कराएंगे। साहित्य उत्सव में इंग्लैंड की डॉ. परीन सोमानी का खास व्याख्यान होगा। इस दौरान वे इंग्लैड के साहित्य सहित भारतीय संस्कृति और सभ्यता को आधार बनाकर अपना व्याख्यान देंगी।
सात विभिन्न विषयों पर डॉक्टरेट की उपाधि हासिल करने वाली डॉ. सोमानी विदूषी महिला हैं। उनका उत्सव में शिरकत करना शहर और प्रदेश के लिए गौरव की बात है। प्रेरक वक्ता, मानवतावादी, परोपकारी और बहु-अंतरराष्ट्रीय विषयों की लेखिका हैं। उनके करीब दो सैकड़ा से अधिक लेख व वीडियो के साथ ही 19 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। साहित्य में उनके योगदान के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर अनेक पुरस्कारों से उन्हें सम्मानित किया जा चुका है।
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