मुबारक अली, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर (यूपी), NIT:
जिला कारागार में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रातः 7 बजे से ही कारागार के मुख्य द्वार पर बाहर से आने वाली महिलाओं की भीड़ लगना शुरू हो गई।
व्यवस्था को संभालने के लिए तथा किसी भी बहन को मिलने में कोई असुविधा न हो इसकी कारागार के सभी स्टाफ को प्रशिक्षित कर तदनुसार कार्य करने के निर्देश दिए गए थे।
मुख्य द्वार के बाहर रोड पर किसी तरह की अव्यवस्था अथवा जाम न लग जाए। इसके लिए पुलिस अधीक्षक एस. आनन्द से अनुरोध कर विशेष पुलिस बल तैनात कराया गया था तथा महिला मुलाकातियों को संभालने तथा उन्हें कोई समस्या न हो, इसके लिए कारागार के पुरुष व महिला सुरक्षा कर्मी तथा पुलिस व होमगार्ड के महिला व पुरूष कर्मियों को तैनात किया गया था। सभी महिला, पुरुष व बच्चों के लिए गर्मी से राहत देने व प्यास बुझाने हेतू शीतल पेय व शर्बत की व्यवस्था की गई थी।
दोपहर 2 बजे तक 1250 महिलाएं व उनके साथ छोटे छोटे 600 बच्चे कारागार में निरुद्ध अपने भाइयों से मिलकर उन्हें रक्षा सूत्र बांधकर व मुंह मीठा कर उनकी दीर्घायु की कामना की तथा भाई ने भावविभोर होकर बहन की रक्षा करने का प्रण किया।
प्रतिदिन की जाली की मुलाकात से अलग हटकर आज सभी बहनों को खुली मुलाकात की अनुमति दी गई ताकि सभी बहनें सुकून के साथ भाई के पास बैठकर राखी बांधकर मुंह मीठा कर सकें व बात कर सकें।
महिला मुलाकात खत्म होने के बाद बाहर से आए भाइयों को भी जेल में बंद उनकी बहनों से मिलने की अनुमति दी गई।
जिन बहनों के भाई नहीं हैं अथवा आ न सके होंगे उनसे जेल अधीक्षक व अन्य अधिकारी अपनी कलाई पर राखी बंधवाई तथा जिन बंदियों की बहनें नहीं हैं अथवा नहीं आईं उन बंदियों को बह्म कुमारी बहनें राखी बांधकर त्योहार मनाया।
मुलाकात के बाद सायंकाल सभी महिला बंदियों व बच्चों को जेल प्रशासन की तरफ से फल भेंट किए गए।
सभी बंदियों के लिए त्योहार को देखते हुए विशेष भोजन- पूडी, हलवा व विशेष सब्जी तैयार की गई थी।
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