नरेंद्र कुमार, जामनेर/जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
माँ की कोख मे होते हुए और उसके बाद जन्म होने के पश्चात जन्म पंजीकरण से लेकर मृत्यु पंजीकरण तक कानून हर व्यक्ति के साथ जुड़ा है. कानून हर व्यक्ति के जीवन का एक ऐसा अभिन्न हिस्सा है जिसकी हमें समय समय पर आवश्यकता होती है, ऐसा प्रतिपादन न्यायमूर्ति डी एन चामले ने किया. जिला विधी सेवा प्राधिकरण समिती अंतर्गत जामनेर ब्लॉक वकील संघ की ओर से इंदिरादेवी ललवाणी कॉलेज में आयोजित विधी सेवा शिविर के अध्यक्ष के रूप मे न्या चामले बोल रहे थे. उन्होने कहा कि तमाम कानूनो का सृजन भारतीय संविधान के तहत निहित है . न्या पी वी सूर्यवंशी ने छात्रो को कहा कि छात्र दशा मे अपनी आभा को पहचानकर करियर को लेकर सही फैसले का चयन करे इसके लिए अपने गुरुजनो से मार्गदर्शन पाए , अगर न्यायक्षेत्र मे करियर करना चाहते है तो न्यायाधीश, सरकारी अधिवक्ता, निजी संघटीत क्षेत्र मे कानूनी सलाहकार जैसे अवसर उपलब्ध है . वही रैगिंग का विषय मे मार्गदर्शन करते हुए न्या बी एम काले ने कहा कि ” आपके मर्जी के खिलाफ आपसे बर्ताव करना मतलब रैगिंग ” इस लिए किसी भी प्रकार के अन्याय को लेकर मुखर रहे.मंच पर खंड विकास अधिकारी वी एम सनेर , सरकारी अभियोक्ता अनिल सारस्वत , सहायक अधिवक्ता कृतिका भट, तहसिल वकील संघ अध्यक्ष एड किशोर राजपूत , इंदिरा देवी शिक्षा संस्था सचिव किशोर महाजन , प्रधान अध्यापक प्रो जे पी पाटील , उपअध्यापक प्रो के एन मराठे , प्रो के डि निकम आदी मान्यवर मौजूद रहे. कार्यक्रम के सफलता के लिए एड एन टी चौधरी, एड के पी बारी, एड राहुल बाविस्कर , एड प्रदीप शुक्ला , एड महेंद्र पाटील, एड शांताराम सुरालकर , प्रो संदीप राजपूत , प्रो सुमित काबरे , प्रो सोनुसिंग पाटील , प्रो जे आर पाटील, प्रो समीर घोड़ेस्वार ने योगदान दिया. शिविर का सूत्रसंचालन प्रो सविता महाजन तथा आभार प्रदर्शन प्रो दिनेश महाजन ने किया.
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