अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बैरसिया रोड स्थित पुतलीघर बस स्टैंड शहर के पुराने बस स्टैंडों में से एक है जो इस वक़्त अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। यहां पैर रखने तक के लिए जगह नहीं है, चारों ओर कीचड़ फैला हुआ है। बस तक पहुंचने के लिए यात्रियों को इस कीचड़ के बीच से होकर जाना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि यहां से बैरसिया, विदिशा सहित कई मार्ग की बसें हर रोज रवाना होती हैं। जहाँ सैकड़ों यात्री यात्रा करते हैं। बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है न बैठने के लिए जगह है और न ही सामान रखने के लिए लेकिन कोई भी ज़िम्मेदार अधिकारी इस स्टैंड की व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं देता है।
बस स्टैंड पर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए निगरानी समितियां तो बनीं हैं जो कागजों तक ही सिमट कर रह गईं हैं। जिन के कंधों पर यात्रियों कि सुविधाएं मुहैय्या करवाने की जिम्मेदारी है वह आंखें मूंदकर बैठे हुऐ हैं, वह सब ठीक होने का कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
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