शेख नसीम, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश में नगरीय-निकाय चुनाव के मद्देनजर लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी अपनी बिसात बिठाने में लगी हुई हैं. इसी कड़ी में आज भोपाल के नरेला विधानसभा स्थित 80 फिट रोड पर ऑल इंडिया मजलिस इतेहादुल-ए-मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। असदुद्दीन ओवैसी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से मुसलमानों को चुप और खामोश करती आई हैं और भाजपा मुसलमानों के घरों को तोड़ती हुई नजर आ रही है. ओवैसी ने मुस्लिम नौजवानों से कहा कि मैं चाहता हूँ कि भारत का हर मुस्लिम मजलिस का कार्यकर्ता बने, मजलिस से जुड़े और इत्तिहाद रखते हुए अपने हकों को सरकार के सामने रखे। मेरी दिली तमन्ना है कि हर मुस्लिम लीडर बने नेता बने और विधानसभा एवं लोकसभा में पूरी ताकत के साथ अपने कौम अपने समाज और मजलूमों को इंसाफ दिलाने के लिए अपनी आवाज़ उठाए. इसलिए नौजवानों सुनो बिना लीडरशिप के ये काम मुमकिन नहीं हैं। हमें नेता बनना पड़ेगा लीडर बनना पड़ेगा।
इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस और भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा की मेरा भोपाल आना कांग्रेस और भाजपा के नेताओ को बिल्कुल रास नहीं आ रहा होगा, उनके पेट में दर्द हो रहा होगा. आज रात उनको नींद नही आएगी। ओवैसी ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला करते हुए कहा कि कमलनाथ अपने 25 विधायकों को संभाल नहीं पाए, उनके विधायक करोड़ों रुपए में बिक गए. सिंधिया ने बगावत करते हुए कांग्रेस छोड़ दी और आज मंत्री बनकर बैठे हैं. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के नेता मुझे भाजपा की बी-टीम कहते हैं, मुझे कांग्रेस के नेताओं से हमदर्दी है, उनका वोट-बैंक उनके हाथ से निकल गया है और बौखलाहट में मुझे भाजपा का एजेंट बोलते हैं. ओवैसी ने भाजपा की शिवराज-सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज-सरकार खरगौन के एक मुस्लिम युवक को जिसके हाथ नहीं थे उसके खिलाफ पत्थरबाजी और दंगे का मुकदमा दर्ज करते हुए उसको गिरफ्तार करती है, उसके मकान को तोड़ती है, उसकी दुकान को तोड़ती हैं और नारा लगाती है सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास, क्या इस तरह की कार्यवाही से सबका विकास करोगे? सबका विश्वास जीतोगे? उन्होंने भोपाल की जनता से आह्वान करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के अलावा तीसरा विकल्प नहीं था अब मजलिस मध्यप्रदेश में होने वाले नगरीय-निकाय चुनाव में उतरकर तीसरे विकल्प की कमी को पूरा करेगी। इसलिए मैं भोपाल की जनता से गुज़ारिश करता हूँ कि आने वाली 6 तारीख को पतंग का बटन दबाकर मजलिस के तमाम प्रत्याशियों को भारी बहुमत से विजयी बनाएं।
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