अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:
प्राइवेट स्कूलों में ‘शिक्षा का अधिकार’ के अंतर्गत नि:शुल्क भरे जा रहे एडमिशन फॉर्म से एक तरफ लोग काफी खुश नज़र आ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों के लिए यह फार्म जी का जंजाल साबित हो रहा है। आप को बता दें कि जिन बच्चों के दस्तावेज़ में उप नाम नहीं हैं उनके फार्म नहीं भरे जा रहे हैं। जिस से लोग काफी चिंतित नज़र आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासन इस ओर ध्यान देकर संशोधित करवाए अन्यथा कई बच्चे इस लाभ से वंचित रह सकते हैं।