संदीप तिवारी, ब्यूरो चीफ, पन्ना (मप्र), NIT:
त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही एक तरफ जहां प्रत्याशियों ने अपने नामांकन दाखिल कर दिए हैं तो वहीं सीट पर जीत हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों ने भी कमर कस ली है. इस बीच पन्ना जिले के गुनौर जनपद की अमानगंज तहसील अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत जिजगांव के मढ़िया राव के लोगों ने एक साथ एक राय होकर प्रत्याशियों के वादाखिलाफी और प्रशासन की बेरुखी के चलते चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. ग्रामीणों के इस कदम से प्रत्याशियों के चेहरे पर धुआं उठ रहा है साथ ही असमंजस की स्थिति देखी जा रही है और प्रत्याशियों के पैर फूलने लगे हैं.
दरअसल ग्राम पंचायत जिजगांव मढ़िया राव ग्राम के लोगों ने अमानगंज तहसील परिसर पहुंचकर अमानगंज नायब तहसीलदार आस्था चढ़ार को पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के नाम एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीणों ने तहसीलदार के समक्ष चुनाव बहिष्कार को लेकर नारेबाजी की और वोटिंग ना करने की बात कही. तहसीलदार के समक्ष अपना दुखड़ा रोते हुए ग्रामीणों ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी हमारे ग्राम में मूलभूत सुवविधाओं का आभाव है जिससे हम लोग देशहित की चीजों से नहीं जुड़ सके. मढ़िया राव ग्राम के ग्रामीण बताते हैं की ग्राम में पक्का रास्ता ना होने से ग्राम के लोग बरसात के दिनों में बंधक बनने को मजबूर हो जाते हैं. मुख्य मार्ग तक पक्का मार्ग ना होने के चलते गर्भवती महिलाएं कई बार अस्पताल न पहुंच पाने की वजह पर स्वर्गलोक पहुंच जाती हैं. सड़क ना होने से रास्ता कीचड़ में सन जाता है जिससे गांव के बीमार लोगों को चारपाई के सहारे कमताना ग्राम तक ले जाना पड़ता है बावजूद इसके प्रशासन के नुमाइंदे और जनता के जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे. चुनावी प्रत्याशी जो आते हैं लोक लुभावने वादे करते हैं और जीत जाने के बाद कीचड़ के रास्ते गांव में आकर दर्शन तक नहीं देते जिससे अब ग्रामीणों का कहना है मढ़िया राव ग्राम में अब कोई भी व्यक्ति वोटिंग नहीं करेगा. हालांकि मामले को तूल पकड़ता देख उपस्थित अमानगंज नायब तहसीलदार आस्था चढ़ार ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की. ग्रामीणों की बात को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया और जल्द ही ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान की बात कही मगर ग्राम के लोग इस आश्वासन पर नाखुश नजर आए. ग्रामीणों ने स्पष्ट दो टूक शब्दों में चुनाव बहिष्कार की बात कही. ज्ञापन सौंपने के दौरान पूरे ग्राम के लगभग 4 दर्जन से अधिक लोग मौजूद रहे जिन में विकलांग और महिलाएं भी शामिल रहीं.
गौरतलब है कि बीते 6 माह पूर्व ग्रामीणों ने तहसीलदार को पन्ना कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर मामले से अवगत कराया था बावजूद इसके पन्ना कलेक्टर द्वारा लोगों को सिर्फ आश्वासन दिया गया जिससे नाराज लोगों ने चुनाव बहिष्कार का फैसला ले लिया और वोट ना करने की बात कही है.