राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

देवरी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत ककरी-बेरखेरी के ग्राम घाटपिपरिया से ककरी बेरखरी मुख्यालय को जोडने के लिए मनरेगा योजना से लगभग 21 लाख रूपए की लागत से बनाई जा रही एप्रोच रोड पर सरपंच, सचिव की मिलीभगत से शासन की योजना में पलीता लगाया जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाए कि मनरेगा योजनाओं से होने वाले निर्माण कार्यों में ग्राम के लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से योजनायें संचालित की जा रही हैं परन्तु सरपंच, सहायक सचिव की मिलीभगत से योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को न देकर रातों रात जेसीबी मशीन से कार्य कर जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिसको लेकर न्यू इंडिया टाइम्स ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी। जिसको लेकर जनपद पंचायत देवरी के मुख्यकार्यपालन अधिकारी देवेन्द्र जैन ने शिवनारायण त्रिपाठी सहायक यंत्री मनरेगा, जी.पी. चौरसिया उपयंत्री मनरेगा एवं उमाकान्त सकवार सहायक लेखाधिकारी को पत्र जारी कर एक सप्ताह मे ग्राम पंचायत ककरीबेरखेरी मे किये गये एप्रोच रोड निर्माण में मजदूरों से कार्य न कराकर रातों रात जेसीबी मशीन द्वारा 21लाख रुपए से एप्रोच रोड का निर्माण कार्य करने को लेकर डाले गए मस्टरों में प्रत्येक मजदूर के बयान सडक की भौतिक स्थिति, मटेरियल में वेण्डरों को किये गये भुगतान की जांच व अन्य कोई तथ्य व साक्ष्य जो संज्ञान में आयें की जांच कर 07 दिवस में प्रतिवेदन मय साक्ष्य सहित प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। जिससे जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ सागर को अवगत किया जा सके।

घाटपिपरिया के एक ग्रामीणों का आरोप है कि शासन की मंशा ग्राम में होने वाले कार्यों में लोगो को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध हो सके और ग्राम के लोगो को रोजगार की तलाश में दर-दर न भटकना पडे। परन्तु सरपंच, सचिव की मनमानी एवं भ्रष्टाचार के चलते शासन की रोजगारोन्मुखी योजनाओं का कार्य मशीनों द्वारा कराया जा रहा है। इस तरह के निर्माण कार्य को लेकर सहायक यंत्री, उपयंत्री मनरेगा एवं अन्य अधिकारियों से बात करने की कोशिश की जाती है तो उक्त अधिकारी कर्मचारी अपना फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझते। चूंकि उक्त कार्य पहली ही बारिश पूर्ण रुप से क्षतिग्रस्त हो जायेगा जिससे शासन को लाखों रुपए की क्षति हो सकती है।

ग्राम पंचायत ककरीबेरखेरी में जेसीबी मशीन द्वारा एप्रोच रोड निर्माण की जानकारी प्राप्त हुई है. उक्त संबंध में सहायक यंत्री मनरेगा, उपयंत्री मनरेगा एवं सहायक अधिकारी को पत्र जारी कर एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये गए हैं। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी: देवेन्द्र जैन सीईओ जनपद पंचायत देवरी.

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