आसिफ शाह, ब्यूरो चीफ, भिंड (मप्र), NIT:
पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में नकली नोटों के तस्करों को गिरफ्तार करने हेतु चलाई जा रही मुहिम के तहत अमायन व सायबर पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुये तीन तस्करों को लाखों रूपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस कप्तान शैलेन्द्र सिंह चौहान ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अमायन पुलिस को मुखबिर के जरिये गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि के मडैयन नाका तिराहा पर कुछ लोग नकली नोट खपाने की योजना बना रहे हैं, तभी अमायन पुलिस व सायबर पुलिस अलर्ट होकर मुखबिर के बताये गये स्थान गिर्राज ढाबा के पीछे छिप गये और तभी देखा कि तीन व्यक्ति आकर नोट निकालकर गिन रहे हैं, तभी मुखबिर की सूचना अनुसार तीनों लोगों को घेराबंदी कर दबोच कर दो-दो हजार रूपये के नोट की गड्डियों को चैक किया गया तो नोटों में लगा हरे रंग का तार कलर नहीं बदल रहा था, जिससे स्पष्ट हो गया कि ये नकली नोट हैं, तथा अन्य तलाशी लेने पर दो-दो सौ रूपये के कुछ नोट असली जैसे नजर आ रहे थे, नकली नोटों की गड्डी में ऑरजीनल नोट लगाकर गड्डियौं तैयार कर रहे थे, आरोपियों के उक्त कृत्य अपराध क्रमांक 19/22 व धारा 489क, 489ख, 489ग, 489घ, भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ कर दी है।
आरोपी प्रिन्टर से तैयार करते थे दो-दो हजार रूपये के नकली नोट
आरोपी ईश कुमार रजक पुत्र ईशू रजक निवासी ग्राम मेहरा लहार, राजू सिकरवार पुत्र गोविन्द सिंह सिकरवार ग्राम राजगढ का पुरा सड़ा मेहगाँव भारौली, एवं विजयपाल उर्फ लला राजपूत पुत्र बहादुर सिंह राजपूत निवासी ग्राम लालपुरा, लहार व दो फरार आरोपी मिलकर घर पर ही प्रिन्टर से स्कैन कर कम्प्यूटर से नकली नोट बनाने का कारोबार लंबे अर्से से कर रहे थे, प्रिन्टरों में कलरों का प्रयोग इस प्रकार से करते थे कि नकली नोट भी ओरजीनल की भांति देखने में प्रतीत होते थे, पूर्व से आरोपियों के विरूद्ध मौ थाने में पहले से ही नकली नोट बनाने का मामला पंजीबद्ध है।
तीस हजार असली में पचास हजार की नकली खेप देते थे आरोपी
आरोपीगणों से प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि नकली नोट को असली बनाने का ग्रामीणों को झाँसा देते थे कि तीस हजार रूपये औरजीनल दे जाओ और पचास हजार रूपये नकली ले जाओ, जिसमें कई लोग फँस चुके हैं, आरोपीगणों से तमाम बिन्दुओं पर पूछताछ जारी है।
गुजरात तक फैला था आरोपीगणों का नेटवर्क
आरोपीगणों ने बताया है कि हम यहाँ से नकली नोट छापकर गुजरात ले जाते थे, और वहाँ एक नंबर में चलाकर कमाई करते थे, जल्द करोड़पति बनने की चाहत में यह सब कारोबार हम मिलकर सभी लोग अंजाम दे रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमारे इस कारोबार को चकनाचूर कर दिया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों से यह किया जब्त
पुलिस ने आरोपीगणों से नकली नोट करीब 10 लाख पाँच हजार रूपये जब्त किये हैं तथा एक मोबाइल रेडमी कंपनी का व एक कलर प्रिन्टर ऐपसोन कंपनी का, पेपर कटर, नकली नोट का सफेद कागज व स्केल जब्त की है।
आरोपीगणों को पकडऩे में इनकी रही विशेष भूमिका
तीनों आरोपियों को पकडऩे में अमायन थाना प्रभारी दीपेन्द्र यादव, सायबर सैल प्रभारी शिवप्रताप सिंह, सउनि सत्यवीर सिंह, सउनि शहजाद खान, प्रधान आरक्षक प्रमोद पाराशर, महेश कुमार, सतेन्द्र यादव, योगेश, कमल सिंह, आनंद दीक्षित, हरपाल, कमल तोमर, जितेन्द्र तोमर की विशेष भूमिका रही।