नरेंद्र इंगले, जामनेर/जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
अंग्रेजी नए साल का कल पहला दिन था और आज अमावस्या, धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक हनुमानजी के दर्शन के लिए शिरसाला में हजारों की तादात मे श्रद्धालुओं का तांता लगता है. सैकड़ों वाहनों से दूरदराज के इलाकों से लोग बोदवड और फिर रेलवे क्रासिंग की ट्रैफिक से जूझते हुए श्री के मंदिर तकपहुँचते हहै. क्रासिंग गेट पर जाम की समस्या काफी पुरानी है जिसे हल करने के लिए राज्य सरकार ने फ्लाईओवर का काम मंजूर करवाया जो 2 साल के भीतर पूरा होना अपेक्षित था लेकिन अब तक पूरा नही हो सका है. 20 फरवरी 2019 को कार्यारंभ आदेश होने के बाद 24 महीने में पूरा होने वाला 20 करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहे इस पुल के दोनो सिरे के ज़ीरो अब तक मिलाए नहीं गए हैं. कॉलम लगभग पूरे हो गए हैं उनपर जॉइंट भी असेम्बल कर दिए गए हैं यानी पुल का 70 फीसद काम हो गया है. जहाँ रेलवे लाइन को क्रॉस कर पुल को आपस में जोड़ना है वहाँ काम रुक सा गया है. काम का ठेका धुलिया के ठेकेदार बालासाहब भदाने को दिया गया है, नियम के अनुसार कार्यफलक पर जानकारी साफ साफ दी गई है जिसमें टाइम लिमिट भी दर्ज है इसके विपरीत टाइम लिमिट ख़त्म हो गई है. अगर इसी तरह काम अधर मे लटका रहा तो इस ब्रिज को पूरा होने में और 6 महीने से अधिक का समय लग सकता है . इस मामले मे संबंधित पथ निर्माण विभाग आखिर आँख मूंदकर चुप क्यों है? B&C उत्तर विभाग जलगांव ने इस मामले मे ठेकेदार पर दंडनीय कार्रवाई करना अपेक्षित था जिसकी कोई आधिकारिक जानकारी नही है. NH 753 राज्यमार्ग नम्बर 8 औरंगाबाद बुराहनपुर पर बन रहे इस ब्रिज के अधर मे लटकने से रेलवे क्रासिंग और बोदवड तिराहे पर पनप रही जाम की समस्या के कारण पुलिस तथा रेलवे पुलिस को यातायात प्रबंधन का जिम्मा संभालना पड़ रहा है . मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के औरंगाबाद को रेलवे क्रॉसिंग लाइन से जोड़ने वाले इस ब्रिज की मांग को काफी देर से माना गया पर B&C की अनदेखी और ठेकेदार की लापरवाही से यह काम समय पर पूरा नही किया जा रहा है जिसके कारण नागरिको मे काफी असंतोष की भावना है.
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