यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:
धौलपुर ब्लॉक एवं जिले के अन्य सरकारी विद्यालयों में अल्पसंख्यक छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिन्होंने तृतीय भाषा के रूप में उर्दू को चुना है लेकिन विद्यालयों में उर्दू के शिक्षक ना होने की वजह से छात्र-छात्राओं की उर्दू की पढ़ाई एवं अल्पसंख्यक छात्रावास के बजट सेंशन को लेकर अल्पसंख्यक विकास समिति धौलपुर ने जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने धौलपुर ब्लॉक के सरकारी विद्यालयों में उर्दू शिक्षक लगाकर बच्चों के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए कहा गया और प्राइमरी एजुकेशन फर्स्ट फाइव में उर्दू शुरू करवाने की बात कही है। समिति के अध्यक्ष ने बताया कि राजस्थान के सभी जिलों में उर्दू की सुचारू रूप से चालू है धौलपुर जिले में भी शुरू कराने की बात रखी गई। और साथ ही अल्पसंख्यक छात्रावास जो सरकार द्वारा 2013 में नगर परिषद से भूमि आवंटित की जा चुकी है और सरकार द्वारा बजट घोषणा करने के बाद भी आज तक निर्माण का बजट नही आया इसलिए अल्पसंख्यक छात्रावास बनवाने के लिए बजट की बात रखी गई जिससे अल्पसंख्यक छात्र छात्राओं को पढ़ाई के लिए परेशानियों का सामना ना करना पड़े जो छात्र छात्राएं दूर दराज से आकर अपनी पढ़ाई करते हैं उन्हें यहां रहने के लिए अल्पसंख्यक छात्रावास सुविधा मिल जाएगी तो उनकी पढ़ाई और अच्छे से हो जाएगी और उनका भविष्य सुनिश्चित हो जाएगा। मांग पत्र देने वालों में अल्पसंख्यक विकास समिति के सदर सचिव एवं उपाध्यक्ष शहजाद जलमानी, हाजी अजमेरी उस्मानी, अनवार अहमद, राशिक बैग जाकिर हुसैन निदेशक इंडियन पब्लिक स्कूल, नौशाद खान, आसिफ उस्मानी, इमरान खान,रईस फारूकी, जावेद बेग और अन्य समिति के सदस्य शामिल हुए।
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