शासकीय हाई स्कूल घाना के स्वीकृत फर्नीचर में फर्जीवाड़ा कर पहुंचा दिया घाना की जगह ढाना शासकीय कन्या हायर सेकण्डरी स्कूल, कड़ाके की ठंड में जमीन पर बैठकर शिक्षा लेने के लिए मजबूर हैं बच्चे | New India Times

त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

शासकीय हाई स्कूल घाना के स्वीकृत फर्नीचर में फर्जीवाड़ा कर पहुंचा दिया घाना की जगह ढाना शासकीय कन्या हायर सेकण्डरी स्कूल, कड़ाके की ठंड में जमीन पर बैठकर शिक्षा लेने के लिए मजबूर हैं बच्चे | New India Times

मध्य प्रदेश के सागर जिले में शिक्षा विभाग में लगातार आए दिन फर्जीवाड़े व भ्रष्ट्राचार के कई मामले उजागर हो रहे हैं. कुछ दिन पहले शिक्षा विभाग के शिक्षकों का दोषपूर्ण भावना से शासन की नीति के विरुद्ध किए गए स्थानांतरण का मामला उजागर हुआ था . जिसके बाद शासन की साईकिल बितरण योजना में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ फिर शिक्षको के स्थानांतरण के बाद कार्यमुक्ति में भी किए गए फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ था मगर शिक्षा विभाग के एक के बाद एक फर्जीवाडे के मामले उजागर होते जा रहे है जिसमे एक ओर ताजा फर्जीवाड़ा का मामला देखने मिला जहां देवरी क्षेत्र के केसली ब्लॉक में बने शासकीय हाई स्कूल घाना जिसमें बच्चो की दर्ज संख्या 547 है जिस स्कूल को वर्ष 30 जनवरी2018 मैं छात्र छात्राओं को बैठने के लिए शासन द्वारा 83 ब्रेन्च टेबल का फर्नीचर स्वीकृत किया गया था । जो जिला शिक्षा विभाग सागर द्वारा शासकीय हाई स्कूल घाना केसली को दिया जाना था जिससे बच्चों को बैठने के लिये उत्तम व्यवस्था हो सके मगर वही बच्चों के उपयोग के लिए तथा उनके अधिकारों रूप में आने वाले फर्नीचर में ही शिक्षा विभाग के लोगो द्वारा भ्रष्टाचार कर फर्जीवाड़ा किया गया वहां के फर्नीचर को फर्जीवाड़े से शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल ढाना सागर को दे दिया गया जबकि रिकॉर्ड अनुसार शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल ढाना मैं शासन अनुसार स्वीकृत फर्नीचर की संख्या 43थी जिस फर्नीचर को स्कूल को भेज दिया गया था ढाना स्कूल मै फर्जीचर मिलने के बाद भी शासकीय हाई स्कूल घाना केसली का भी शासन द्वारा स्वीकृत 83 फर्नीचर ब्रेंच टेबल भी जिला शिक्षा विभाग सागर द्वारा सेटिंग कर फर्जी वाडे से शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल ढाना सागर को ही दे दिया गया जिसके कारण घाना केसली स्कूल के बच्चे इस कड़ाके कि ठंड में भी फर्नीचर से वंचित हो कर जमीन पर बैठकर शिक्षा लेने को मजबूर है जबकि ढाना स्कूल में दो जगह का फर्नीचर किस अधिकारी के कहने पर भेज दिया गया और किस शिक्षा विभाग के अधिकारी के कहने पर शासकीय हाई स्कूल घाना का फर्नीचर आज दिनांक तक नहीं भेजा गया व इसी स्कूल का फर्नीचर कैसे ढाना स्कूल को किस आधार पर दे दिया गया.

शासकीय हाई स्कूल घाना के स्वीकृत फर्नीचर में फर्जीवाड़ा कर पहुंचा दिया घाना की जगह ढाना शासकीय कन्या हायर सेकण्डरी स्कूल, कड़ाके की ठंड में जमीन पर बैठकर शिक्षा लेने के लिए मजबूर हैं बच्चे | New India Times

इस संबंध में स्कूल के छात्राओं से बात की गई उनके द्वारा बताया गया की सर लोग बताते है कि यहां का फर्नीचर कहीं अन्य स्कूल में चला गया है हम सभी लोग बिना फर्नीचर के परेशान हैं तथा इस कड़ाके की ठंड में जमीन पर बैठने में बहुत परेशानी हो रही है मगर शिक्षा लेने के लिए हम सभी बच्चे मजबूर है वही शासकीय हाई स्कूल घाना के प्रभारी प्राचार्य श्रीहरि पचोरी से जानकारी ली गई तो उनके द्वारा बताया गया की मेरे स्कूल का शासन द्वारा स्वीकृत फर्नीचर जिला शिक्षा विभाग सागर के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल ढाना सागर भेज दिया गया है जबकि वहां उनके यहां स्वीकृत फर्नीचर भी दिया गया था साथ मेरे स्कूल का फर्नीचर फर्जी वाडे से ही ढाना स्कूल को दे दिया गया जिस के संबंध में मेरे द्वारा पत्राचार के माध्यम से आयुक्त लोक शिक्षण विभाग भोपाल ,संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग सागर संभाग, जिला शिक्षा अधिकारी सागर ब देवरीविधायक हर्ष यादव तथा विकास खंड शिक्षा अधिकारी केसली को पत्र के माध्यम से लिखित शिकायत की गई थी जिसमें देवरी विधायक द्वारा कलेक्टर सागर को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई थी मगर आज दिनांक तक स्कूल को फर्नीचर प्राप्त नहीं हुआ जिसके कारण छात्र-छात्राएं जमीन पर बैठने के लिए मजबूर हैं ऐसी कड़ाके की ठंड में बच्चे जमीन पर बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और हम शिक्षक गण लोग बरिष्ठ अधिकारियों की लापरवाही के कारण बच्चो को नीचे जमीन पर बैठाने के लिये मजबूर है.


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