अबरार अहमद खान/मुकीज़ खान, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बरकतुल्लाह स्कूल कैम्पस में आज जमीअत उलमा मध्यप्रदेश की चुनावी सभा (मजलिसे मुन्तज़िमा) का आयोजन किया गया।जिसकी अध्यक्षता मौलाना क़ारी शौक़त साहब ने की। इस मौके पर जमीअत के प्रदेश महा सचिव मोहम्मद कलीम एडवोकेट ने सेक्रेटरी रिपोर्ट पेश करते हुऐ पिछली कार्यवाही पढ़कर सुनाई जिसका सभी सदस्यों ने समर्थन किया।
चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत करते हुए मौलाना क़ारी शौक़त साहब की निगरानी में हाजी मोहम्मद हारून साहब को एक बार फिर मध्यप्रदेश का पुनः अध्यक्ष पद के लिए नामित किया, जिसे सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई.
चुनाव के बाद जमीयत उलेमा-ए-मध्यप्रदेश के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि संगठन किसी भी क़ौम के सम्मानजनक जीवन का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “मुसलमानों को कई चुनौतियों का सामना है लेकिन हमें निराश और क्रोधित होने की आवश्यकता नहीं है. हाजी हारून ने नई पीढ़ी की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की अपील की। उन्होंने नई नस्ल के ईमान को बचाने के लिए धार्मिक शिक्षा का आह्वान किया और यह भी कहा कि हमारे बच्चे स्कूल के साथ-साथ मकतब भी जाएं। इससे नई पीढ़ी मजबूत होगी और वह ईमान की सुरक्षा के बारे में जागरूकता हासिल करेंगे. दूसरी ओर हाजी हारून ने संगठन को और मज़बूत करने की बात कही। इस के इलावा प्रदेश के माहौल पर बात करते हुए कहा कि साम्प्रदायिकता का जवाब हमें मोहब्बत से देना है और अपनी शिक्षा तरक़्क़ी के साथ आगे बढ़ाते रहना है.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद मौलाना क़ारी शौक़त साहब ने अपने संबोधन में संगठन के चुनाओं के सुचारू संचालन की सराहना की और मौजूदा स्थिति में मस्जिदों की सुरक्षा के लिए दूरगामी उपायों का आह्वान किया। उन्होंने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सर्कुलर की ओर सदस्यों का ध्यान आकर्षित किया। इस अवसर पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद की कार्यकारी समिति की सभा को संबोधित किया. सभा में चार उपाध्यक्ष, एक कोषाध्यक्ष का भी चुनाव हुआ जिसमें उपाध्यक्ष हज़रत मौलाना बशीर मज़हीरी झाबुआ, मिर्ज़ा बशीर बैग आष्टा, मोहम्मद मुनीर अहमद इंदौर, रियाज़ उद्दीन खरगोन एवं कोषाध्यक्ष डॉक्टर मेहरुल हसन को सर्व सम्मति से चुना गया।