जिला कलक्टर ने पशु चिकित्सालय धौलपुर एवं तसीमों का किया औचक निरीक्षण, पशओं के टीकाकरण व उपलब्ध दवाओं के पर्याप्त इंतजाम रखने के दिये निर्देश | New India Times

यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:

जिला कलक्टर ने पशु चिकित्सालय धौलपुर एवं तसीमों का किया औचक निरीक्षण, पशओं के टीकाकरण व उपलब्ध दवाओं के पर्याप्त इंतजाम रखने के दिये निर्देश | New India Times

धौलपुर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने राजकीय बहु चिकित्सकीय पशुधन जिला चिकित्सालय लाल बाजार धौलपुर एवं राजकीय प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय तसीमों का औचक निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर ने जिला पशु चिकित्सालय सहित उप संचालक पशु चिकित्सा कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने परिसर में संचालित पैथोलॉजी लैब को सक्रिय कर पशुओं के इलाज हेतु बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यालय के निरीक्षण के दौरान सुव्यवस्थित एवं साफ सफाई के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल परिसर में पशुओं के लिए शेड निर्माण की आवश्यकता को देखते हुए उपयुक्त मद से शेड निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करने एवं खराब पड़ी हुई एक्सरे मशीन के सही करवाने के प्रस्ताव के बारे में जाना और आवश्यक निर्देश दिए।इसके पश्चात कलेक्टर ने पशुओं के लिए बनाये गए उपचार गृह का अवलोकन किया। उन्होंने जिले की गौशालाओं की विजिट कर टीकाकरण कार्य के बारे में जाना और आवश्यक निर्देश दिए। कलक्टर ने गौशाला में पशुओ की रखरखाव एवं प्रबंधन की व्यवस्थाओं के बारे में दिशा निर्देश दिये। उन्होंने पशुओं के इलाज के लिए आवश्यक एक्सरे मशीन, सोनोग्राफी सहित अन्य उपकरणों व दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में 69 पशु उपकेंद्र में से मात्र 52 क्रियाशील है।उन्होंने बताया कि स्वीकृत पशुधन केंद्रों में से 37 पशुधन केंद्र के पास स्वंय की जगह नहीं है जिसके प्रस्ताव के संबंध में चर्चा की।कुछ पशु केंद्र ग्राम पंचायत भवन एवं अटल सेवा केंद्रों में संचालित है।उन्होंने बताया कि 105 पशुधन सहायकों में से 22 ही पद भरे हुए है। पशु चिकित्सा अधिकारियों के 31में से 20 पद ही भरे हुए है। इसी प्रकार वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी के भी कई पद खाली पड़े हुए है। जिससे कार्य प्रभावित होता है। बाढ़ जैसे हालातों में कार्यों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। उन्होंने बताया कि जिले के पशु चिकित्सा केंद्र में पानी,लेडीज टॉयलेट आदि की कई समस्याएं है जिन्हें नगर परिषद के सहयोग से एवं प्रस्ताव भिजवाकर करवाया जाएगा । उन्होंने बताया कि बाढ़ जैसे हालातों के चलते पशुओं में गलघोंटू रोग का टीकाकरण का कार्य करवाया गया जिसमें गांव गांव जाकर 18 हजार से अधिक पशओं के वैक्सीनेट किया गया । इसी प्रकार तसीमों में भी 2 हजार 800 पशुओं का वैक्सीनेशन का कार्य किया गया है।जिला कलक्टर ने बताया कि पशओं के सुलभ इलाज के लिए नीति आयोग के द्वारा 14 लाख रुपये का वाहन भी खरीदा गया है जिससे पशुओं को बेहतर एवं जल्द इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि निराश्रित पशओं के लिए जिला पशु चिकित्सालय में भवन का निर्माण किया जा रहा है जिसका निरीक्षण कर गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाये जाने हेतु संबन्धित विभाग को पाबन्द किया गया है।
पशुओं के गलघोंटू रोग के टीकाकरण एवं अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।
बहुउद्देश्यीय पशु चिकित्सालय धौलपुर में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने दवाओं की उपलब्धता व स्टाफ की समस्याओं को जाना व आवश्यक निर्देश दिए।
मौके पर पशु चिकित्सा अधिकारी रामवतार सिंघल,डॉ आस्था तिवारी, सुशांत शर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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