अशफाक कायमखानी, ब्यूरो चीफ, जयपुर (राजस्थान), NIT:
जयपुर से दिल्ली जाते हुये राजस्थान की सीमा पर शाहजहांपुर में सैनिक कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रमसिंह बाजौर पर रविवार को हुये हमले के विरोध में राजस्थान सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ बाजौर के गृह जिला सीकर सहित अनेक जगह भाजपा व राजपूत संगठनों ने भारी विरोध दर्ज करवाया है। लेकिन प्रैमसिंह बाजोर द्वारा रविवार की घटना को लेकर भाजपा शाशित राज्य हरियाणा के रेवाड़ी में मुकदमा दर्ज करने के लिये जिला पुलिस अधीक्षक को अर्जी पेश करने से मामला उलझता नजर आ रहा है।
कानून के जानकार बताते हैं कि अक्सर घटना के स्थान सम्बंधित थाने पर मुकदमा दर्ज होता है या फिर अन्य जगह जीरो एफआईआर दर्ज होकर सम्बंधित थाने को भेज दी जाती है या फिर कंटीन्यूसली घटना घटित होती है तो एफआईआर किसी भी घटित घटना स्थल पर दर्ज हो सकती है लेकिन उक्त एफआईआर दर्ज करने के लिये पेश अर्जी से लगता है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार होने के कारण भाजपा नेता ने भाजपा शासित प्रदेश हरियाणा में एफआईआर दर्ज करने के लिये अर्जी पेश की होगी।
भाजपा नेता बाजौर पर रविवार को शाहजहांपुर सीमा पर हुये हमले के खिलाफ सोमवार को राजस्थान सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ भाजपा व अन्य संगठनों द्वारा जमकर नारेबाजी करते हुये विरोध दर्ज करवाया है। जब हरियाणा में एफआईआर दर्ज होती है तो फिर कार्यवाही वहां की पुलिस को करनी होगी या फिर वो एफआईआर राजस्थान आती है। इस घटना व उसको लेकर दर्ज एफआईआर के बाद कार्यवाही को लेकर कानूनी पेच फंस सकता है।
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