गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षा कवच है टीका, गर्भवती महिलाओं का कोविड- 19 टीकाकरण आज से हुआ शुरू | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षा कवच है टीका, गर्भवती महिलाओं का कोविड- 19 टीकाकरण आज से हुआ शुरू | New India Times

गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 का टीकाकरण आज दिनांक 23.07. 2021 से प्रथम चरण का शुभारंभ प्रथम गर्भवती टीकाकरण लाभार्थी श्रीमती ज्योति मालवीया पति श्री एम मालवीया द्वारा किया गया।

इस अवसर पर कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा एवं जिला चिकित्सालय से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्री जे.पी.एस.ठाकुर, सिविल सर्जन डॉ. श्री बी.एस.बघेल, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. राहुल गणावा एवं डॉक्टर्स एवं स्टाफ उपस्थित था। यहां पर बडी संख्या में गर्भवती महिला अपना टीकाकरण करवाने के लिये उपस्थित थी। यहां पर बैठने एवं अन्य सुविधा बेहतर तरिके से उपलब्ध करवाई गई है।
जिला चिकित्सालय झाबुआ के अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पेटलावद, थांदला, मेघनगर, रामा, राणापुर, कल्याणपुरा में किया जाएगा। जिले में कुल एएनसी पंजीयन 44319 हैं जिसमें से झाबुआ-9569 मेघनगर- 7212 पेटलावद- 7375 रामा-6716 राणापुर- 5444 थांदला- 8003 कोविड-19 का टीकाकरण निश्चित टीकाकरण के दिवस गर्भवती जांच के दौरान किया जावेगा। टीकाकरण के पूर्व परामर्श किया जावेगा किया एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एएनएम आशा एवं सी एच ओ द्वारा किया जावेगा। सुमन हेल्प डेस्क के टेलीकॉलर द्वारा फालोअप कार्य किया जावेगा। गर्भवती माताओं को 20 दिन में कम से कम 4 फॉलोअप किया जाना जरूरी है ग्रामीण स्तर पर फालोअप कार्य एएनएम आशाओ द्वारा कार्य किया जाना है।
गर्भवती महिलाओं सहित 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्ति अब कोविड-19 टीकाकरण के लिए पात्र हैं। कोविड- 19 के लक्षण गर्भवती महिलाओ में पाए जाते हैं उन्हें गंभीर बीमारी होने का खतरा अधिक होता है और भू्रण पर भी इसका प्रभाव हो सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 वैक्सीनेशन लगाने की सलाह दी जाती है। कोविड-19 जटिलता गर्भवती महिलाओं में बढ़ जाती है विशेषकर 35 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाएं जिन महिलाओं में मोटापा मधुमेह या उच्च रक्तचाप से ग्रसित महिला जिसमें पहले से क्लोटिंगन की समस्या हो।
कोविड-19 संक्रमित गर्भवती महिलाओं में निम्नलिखित खतरों की संभावना बढ़ जाती है समय से पहले डिलेवरी नवजात शिशु का वजन 2.5 किलोग्राम से कम होना कुछ परिस्थितियों में शिशु के जन्म से पहले मृत्यु हो सकती है। कोविड-19 वैक्सीन गर्भावस्था के दौरान कभी भी लगाई जा सकती है और इसे जल्द से जल्द लगाया जाना चाहिए। यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित हो जाती है तो उसे प्रसव के तुरंत बाद वैक्सीन लगाया जाना चाहिए। गर्भावस्था में कोविड-19 वैक्सीनेशन सुरक्षित है। हल्का बुखार, इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द या 1-3 दिनों तक अस्वस्थ महसूस करने जैसे मामूली दुष्प्रभाव हो सकते हैं। भ्रुण और बच्चे के लिए वैक्सीनेशन के दीर्घकालीन पर प्रतिकूल प्रभाव और सुरक्षा अभी तक स्थापित नहीं हुई है। डॉ. श्री जे.पी.एस. ठाकुर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा समस्त गर्भवती माताओं को टीका लगाने की अपील की गई।


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