हिमांशु सक्सेना, ग्वालियर (मप्र), NIT:
घरों से कचरा एकत्रित करने वाले टिपर वाहनों द्वारा जिंगल (गाना) नहीं बजाए जाने के कारण लोगों को पता नहीं चल पाता था कि टिपर वाहन कब आया और कब चला गया। इसके कारण वह कचरा नहीं डाल पाते थे। निगमायुक्त शिवम वर्मा ने सभी वाहनों के जिंगल की जांच के निर्देश दिए। जांच के दौरान 65 में से 10 वाहन ऐसे पाए गए जो कि जिंगल नहीं बजा रहे थे। इन सभी वाहन चालकों पर 100-100 रुपये का जुर्माना डिपो प्रभारी गौरव परिहार ने लगाया है।
शहर में कई स्थान ऐसे थे, जहां पर टिपर वाहन दो से तीन दिन के अंतराल में पहुंच रहे थे। इसके कारण लोगों को कचरा घरों के बाहर खुले में फेंकना पड़ रहा था, जबकि डिपो से सभी वाहन निकल रहे थे। निगमायुक्त ने सभी वाहनों के जिंगल की जांच करने के निर्देश दिए। निर्देश के बाद टिपर वाहनों की जांच की गई। जांच में 10 कर्मचारी ऐसे मिले, जो कि बिना जिंगल बजाए कचरा वाहन चला रहे थे, सभी पर जुर्माना किया गया है।
गंदगी बन गई परेशानीः शहर में सफाई व्यवस्था एक बार फिर चरमरा गई है। कई इलाकाें से राेजाना कचरा कलेक्शन नहीं हाे रहा है। ऐसे में लाेग सड़क पर कचरा फैंक रहे हैं। जबकि जिन लाेगाें ने घराें में कचरा रखा हुआ है, उनकाे दुर्गन्ध के कारण खासी परेशानी झेलना पड़ रही है। क्याेंकि टिपर वाहन नहीं आने के कारण लाेग राेजाना कचरा नहीं फैंक पा रहे हैं। जिससे आमजन की परेशानी खासी बढ़ गई है.
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