कोरोना काल में भी अपनी ड्यूटी के साथ गरीबों व जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं पुलिस हेड कांस्टेबल हिम्मत दंदी | New India Times

जफर खान, अकोट/अकोला (महाराष्ट्र), NIT:

कोरोना काल में भी अपनी ड्यूटी के साथ गरीबों व जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं पुलिस हेड कांस्टेबल हिम्मत दंदी | New India Times

पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी वैसे भी काफी तनावपूर्ण रहता है। वे जानते हैं कि कोरोना महामारी ने उनके स्वयं के जीवन को खतरा है फिर भी वे अपनी ड्यूटी निभाते हैं वह भी परिवार के बारे में सोचे बिना। इतना सब होने के बाद भी यदि पुलिस कर्मी ड्यूटी के अलावा समाज सेवा भी करे तो वह वाकई काबिल ए तारीफ है. ऐसे ही एक जांबाज पुलिस कर्मी हैं HC हिम्मत दंदी 1540 पुलिस स्टेशन अकोट शाहर में. जब वह ड्यूटी पर थे तो उन्होंने छात्रों से कहा कि एसटी बस में उनकी यात्रा सुरक्षित होनी चाहिए और लड़कियों से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए साथ ही बुजुर्गों को एसटी बस में यात्रा के दौरान बैठने की जगह मिलनी चाहिए. उनके कार्यों को लेकर स्थानीय समाचार चैनल पर भी चित्रित किया गया है। उनके काम से छात्र और अभिभावक खुश हैं। बताया है कि वह जरूरतमंद छात्रों को स्कूल और प्रतियोगी परीक्षा की किताबें भी देते हैं और जरूरतमंद पीड़ितों की मददत करते हैं, मरीज की आर्थिक मदद भी करेते हैं। इतना ही नहीं जब रात की गश्त के दौरान ड्यूटी पर होते हैं और यदि अस्पताल में कोई मरीज आता है तो रात में उसके साथ जाते हैं और डॉक्टर साहेब से मरीज के इलाज में मददत करने का अनुरोध करने के साथ-साथ रात के कोरोना महामारी के दौरान वह निर्बाध रूप से सार्वजनिक सेवा का काम जारी रखे हुए हैं।

HC हिम्मत दांडी के अनुसार, कोरोना महामारी के दौरान अकोट आने वाला एक चार पहिया वाहन का ईंधन खत्म हो गया जिससेे आगे का सफर बाधित हो गया यह रात्रि लगभग 2.15 बजे का समय था। वह खुद वाहन के पास पहुंचे और उनसे उनकी समस्या के बारे में पूछा तो चालक ने कहा कि वाहन का डीजल खत्म हो गया है, रात के समय सब बंद है लेकिन HC हिम्मत दांदी अपने साथ उसे पंप पर ले गए और संबंधित पेट्रोल पंप धारक को जगाया और संबंधित वाहन चालक को डीजल देने का अनुरोध किया ताकि उन्हें डीजल मिल जाए. उस वाहन में परिवार भी था. HC हिम्मत दांदी की बदौलत अकोट सिटी पुलिस स्टेशन ने बहुत कम समय में लोगों के काम करते देखा है। इतना ही नहीं, उन्हें तेल्हारा तालुका के वारखेड़ में एक कोरोना योद्धा के रूप में भी सम्मानित किया गया है। अकोट शहर में भी, कोरोना वारियर के रूप में एक धर्मार्थ संगठन द्वारा प्रशंसा और प्रशस्त्री पत्र प्रदान कीया गया है। साथ ही, अकोट के नागरिक अपनी ट्यूशन फीस को कम करके और उनकी मददत कर गरीब छात्रों का मदत कर रहे हैं। उनके काम को सलाम है इसलिए उनका काम पुलिस को एक अच्छी छवि दे रहा है। उसका स्वभाव प्रसन्न है। वे शोक संतप्तों की दुर्दशा को समझते हैं, वे उनके साथ सहयोग करने के लिए क्या कर सकते हैं। वे समाज के हर वर्ग का पुलिस विभाग की ओर मार्गदर्शन करते हैं। वंचित उप-समुदाय लगातार समाज में सबसे आगे हैं। उनको तहसीलदार हरीश गुरव साहब ने सम्मानित किया है। उन्हें पुलिस निरीक्षक संतोष महल्ले साहब से समय-समय पर मार्गदर्शन मिलता रहता है। वह बच्चों को स्कूलों और कॉलेजों में उन्हें प्रेरित करने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। कृषि विद्यालय, नर्सिंग विद्यालय, अस्करीकिडस, विद्यामंदिर, स्कूल ई. उन्होंने स्कूल और कॉलेज में बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं और आगे क्या करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने कॉलेज के छात्रों को समय-समय पर नशे की लत से मुक्त रहने के लिए मार्गदर्शन भी कीया। बाबुलगांव और यावलखेड़ में बार्टी (पुणे) द्वारा भी उनका अच्छा स्वागत किया गया। उन्होंने उरल पुलिस स्टेशन में छात्रों, किसानों और मजदूरों के लिए चिकित्सा शिविर भी लगाए हैं।


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