अशफाक कायमखानी, जयपुर (राजस्थान), NIT:
राजस्थान में राजस्व मामलों की सबसे बड़ी अदालत राजस्थान राजस्व मंडल में न्याय की कुर्सी पर बैठकर न्याय करने की जिम्मेदारी लेने वाले राजस्थान प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारी बतौर सदस्य बी एल मेहरडा व सुनील शर्मा सहित उनके एक दलाल के घर एसीबी द्वारा रेड करने पर उनके घरों पर लाखों की नकदी मिलने के बाद राजस्थान में एसीबी द्वारा भ्रष्टाचारियों पर लगातार शिकंजा कसने की कड़ी में बड़ी मछलियों के फंसने की चर्चा आम आदमी की जबान पर है।
राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 1994 बैच की अधिकारी सुनील शर्मा व 1996 बैच के अधिकारी बी एल मेहरडा जो राजस्व मंडल के सदस्य की हैसियत से न्याय की कुर्सी पर बैठकर वहां पर वकालत करने वाले दलाल शशिकांत के मार्फत उनके द्वारा न्याय बेचने की खबरें पिछले कुछ दिनों से मिलने के बाद एसीबी ने उन पर नजर रखना शुरू किया था। इसी सिलसिले में पुख्ता खबर के बाद एसीबी ने दोनों अधिकारियों सहित दलाल शशिकांत के जयपुर व अजमेर स्थित घरों पर रेड करके लाखों रुपयों की नकदी व जमीन जायदाद के कागज सहित लाखों के सोने-चांदी के जेवर पकड़े हैं। जिसमें मेहरडा के घर करीब 40 लाख व शशिकांत के घर 51 लाख की नकदी पकड़े जाने की खबर के साथ जांच जारी है। उक्त अधिकारियों के साथ साथ राजस्व मंडल के अध्यक्ष की भूमिका को संदिग्ध मानते हुये एसीबी ने राजस्व मंडल के दफ्तर को भी सील कर दिया है। बताते हैं कि दलाल हर मामले में बोली लगाकर जो पार्टी ऊंची बोली लगाकर बड़ी रकम देता था उसी पार्टी के हक में इन अधिकारियों से जजमेंट करवा लेता था साथ ही कहते हैं कि दलाल अपनी पसंद की बैंच बनवा कर अपने हिसाब के जजमेंट करवाने के लिये प्रसिद्ध हो चुका था। जिसके चलते उसके पास मामलों की भीड़ लगने लगी थी।
एसीबी के एडीजी दिनेश एम एन ने बताया कि दलाल शशिकांत उक्त अधिकारियों की दलाली करता था। वो अनेक दफा सम्बंधित पार्टी को पहले जजमेंट लिखकर दिखाता ओर फिर उसी तरह का जजमेंट उक्त अधिकारियों से करवा लेता था। दोनों सदस्यों के अधीकांश जजमेंट में दलाल की भूमिका रहती थी। एसीबी डीजी बी एल सोनी व एडीजी दिनेश एम एन के नेतृत्व में राजस्थान में भ्रष्टाचार को पनपाने वाली छोटी मछलियों के अतिरिक्त बडी़ बडी़ मछलियों को भी पकड़ा है। पिछले तीन महिने में राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 6 अधिकारियों को पकड़ा है इसके अतिरिक्त तीन आएएस, एक आईपीएस, आठ आरपीएस, चार आईआरएस व कुल दस आरएएस अधिकारियों को पकड़ा है।
कुल मिलाकर यह है कि राजस्थान एसीबी ने प्रदेश में भ्रष्टाचार के मार्फत जड़ें खोखली करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों सहित दलालों को पकड़ने में कामयाब होने के बावजूद भ्रष्टाचारियों ने भ्रष्टाचार करना छोड़ा नहीं है। लगातार रोजाना भ्रष्टाचार करते भ्रष्टाचारी पकड़े जा रहे हैं। राजस्व मंडल के दो सदस्यों के पकड़े जाने के साथ साथ अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध होना न्याय प्रक्रिया का खोखला पन साबित होता नजर आ रहा है।