त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
देवरी नगर में एसडीएम कार्यालय की नव निर्माणधीन बिल्डिंग कार्य में संबंधित ठेकेदार द्वारा मानकों के अनुरूप घटिया सामग्री का उपयोग कर निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है. प्राप्त जानकारी अनुसार लंबे समय से देवरी क्षेत्र में स्थित वर्षो पुरानी तहसील कार्यालय की बिल्डिंग क्षतिग्रस्त अवस्था में होने के कारण डिस्मेंटल करने की स्थिति में पहुंच चुकी है इसी को देखते हुए स्थानीय विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री की मांग एवं अथक प्रयासों से 7 करोड़ 80 लाख रुपए की लागत से स्वीकृत हुई एसडीएम कार्यालय बिल्डिंग का निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसे लोक निर्माण विभाग के पीआईयू विभाग के ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है जिसमें जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों कि बिना मॉनिटरिंग के करोड़ों रुपए की लागत से निर्माण हो रही बिल्डिंग में अनियमितताएं एवं भ्रष्टाचार की तस्वीरें सामने आने लगी हैं अभी बिल्डिंग वर्क पूरा भी नहीं हुआ है और बिल्डिंग की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें देखने को मिल रही हैं वही नगर के जागरूक जानकारों का कहना है कि उक्त बिल्डिंग कार्य में ठेकेदार द्वारा सेंड की जगह डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है जो शासन की नियम अनुसार शासकीय निर्माण कार्यों में उपयोग करने पर पूर्ण ताः प्रतिबंधित किया गया है इसके बावजूद नियमों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। प्राप्त जानकारी अनुसार बिल्डिंग वर्क में उच्च क्वालिटी के (स्टील) लोहे के उपयोग मैं भी कम क्वांटिटी में जंग युक्त लोहे का इस्तेमाल किया गया है एवं सीमेंट भी सस्ते दामो एवं अलग-अलग कंपनियों का इस्तेमाल किया जा रहा है और फौंडेशन न्यू में मुरम की जगह मिट्टी से फीलिंग कर फर्श बना दिया गया। ज्ञात हो कि उक्त बिल्डिंग कार्य में उच्च स्तरीय जांच होने के बाद ठेकेदार की कई गड़बड़ी एवं भ्रष्टाचार संबंधित लापरवाहीया सामने आ सकती हैं।
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