मोहनलालगंज इलाके में स्थित 'लंबू कबाब पराठा' दुकान पर ग्राहकों के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़, बासी खाद्य पदार्थों के इस्तेमाल के साथ स्वच्छता का भी रहता है अभाव | New India Times

सद्दाम हुसैन, लखनऊ (यूपी), NIT:

मोहनलालगंज इलाके में स्थित 'लंबू कबाब पराठा' दुकान पर ग्राहकों के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़, बासी खाद्य पदार्थों के इस्तेमाल के साथ स्वच्छता का भी रहता है अभाव | New India Times

मोहनलालगंज में लंबू वेज कबाब पराठा की दुकान पर स्कूल के बच्चे आकर अजीब अजीब हरकतें करते हैं जबकि वहाँ मोहनलालगंज तहसील से वकील और फैमली भी आती है कबाब पराठा खाने के लिए, वो लोग भी बचचों की हरकतें देख कर अपना चेहरा घुमा लेते हैं. स्कूली बच्चों की हरकतों को देखकर अगर वो लोग मना करते हैं तो जवाब मिलता है की जब दुकान मालिक नहीं कहता तो आप कौन होते हो मना करने वाले.

मोहनलालगंज इलाके में स्थित 'लंबू कबाब पराठा' दुकान पर ग्राहकों के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़, बासी खाद्य पदार्थों के इस्तेमाल के साथ स्वच्छता का भी रहता है अभाव | New India Times

वहीं दूसरी तरफ शाम होते ही तीन दिनों का रखा हुआ खराब कबाब खिलाया जाता है और बर्तन धुलने वाला पानी भी काफी गन्दा रहता है इसीमें दुकान का बर्तन धुला जाता है. अब सवाल उठता है कि ऐसे में जनता क्या महफूज रह पाएगी? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उज्ज्वल भविष्य गैस सिलेण्डर दिया है घरों में प्रयोग करने के लिए लेकिन यहाँ वही गैस सिलेंडर इसतेमाल किया जाता है जबकि चंद कदमों पर पुलिस चौकी भी मौजूद है.

मोहनलालगंज इलाके में स्थित 'लंबू कबाब पराठा' दुकान पर ग्राहकों के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़, बासी खाद्य पदार्थों के इस्तेमाल के साथ स्वच्छता का भी रहता है अभाव | New India Times

इस न्यूज़ को कवर करने गये पत्रकारों को दुकानदार धमकी दे रहा था कि अगर खबर चलाई तो मैं तुम्हें मर दूंगा. खबर लिखने पर इस तरह की धमकी मिल रही है तो क्या इस तरह पत्रकर सुरक्षित रह पाएंगा? क्या इसी तरह पत्रकार को धमकाने वाले आजाद रहंगे या फिर पुलिस प्रशासन इसपर कोई ठोस कदम उठाएगी.


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading