क्रेशर से निकलने वाली धूल से बनाई जा रही हैं सीमेंटेड सड़कें | New India Times

राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

क्रेशर से निकलने वाली धूल से बनाई जा रही हैं सीमेंटेड सड़कें | New India Times

ग्रामों की धूल धूसरित कीचड़ से सनी सड़कों को पक्का करने की सरकारी मुहिम पंचायतों में मोटी कमाई का जरिया बन चुकी है। उपयंत्रियों और अधिकारियों की मिलीभगत से पंच परमेश्वर मद से पंचायतों में बनाई जा रही गुणवत्ताहीन सीमेंट कांक्रीट सड़कों में क्रेशरों से निकलने वाली धूल एवं घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। पूर्व में भी ऐसे कई
मामले उजागर होने बाद भी न तो निर्माण कार्यो की जांच हुई है न ही संबंधितोंपर किसी प्रकार की कार्रवाई संभव हो सकी हैं।

क्रेशर से निकलने वाली धूल से बनाई जा रही हैं सीमेंटेड सड़कें | New India Times

प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामों को संवारने सजाने एवं गंदगी मुक्त बनाने के उद्देश्य से पंच परमेश्वर मद में दी गई भारी भरकम राशि पंचायतों में भृष्टाचार से मोटी कमाई का जरिया बन चुकी है। प्रदेश सरकार की मंशा और सरकारी निर्देशों के विपरीत इन सड़कों में न तो प्रॉक्लन के अनुरूप कार्य कराया जा रहा है न ही कार्य में प्रयुक्त सामग्री में गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है। विकासखण्ड की दर्जनों पंचायतों में चल रहे ऐसे निर्माण कार्यों में निगरानी का सतत आभाव बना हुआ है कथित ग्राम इंजीनियर कहे जाने वाले मजदूरों के भरोसे चल रहे इन निर्माण कार्यो में शासन की करोड़ों रूपये की राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है।

सिलारी में क्रेशर की धूल से बन रही सड़क

क्रेशर से निकलने वाली धूल से बनाई जा रही हैं सीमेंटेड सड़कें | New India Times

विकासखण्ड मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर दूर ग्राम सिलारी में 9 लाख रूपये की लागत से ग्राम पंचायत द्वारा बनाई जा रही सीमेंट क्रांकीट सड़क निर्माण में
रेत की जगह क्रेशर से निकलने धूलयुक्त डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है। पंचायत अमले एवं इंजीनियर की अनुपस्थिति में धड़ल्ले से चल रहे इस मनमाफिक
निर्माण कार्य में कई खामियां हैं जिससे सड़क का भविष्य निर्माण के दौरान ही प्रश्नचिन्हत है। शासन के निर्देशों को ताक पर रखकर किए जा रहे इस निर्माण
कार्य में न तो सड़क निर्माण के साथ पानी की निकासी के लिए नालियों का निर्माण किया जा रहा है न ही सड़क के निर्माण में तकनीकी मानकों को ध्यान में रखा गया
है। निर्माण स्थल पर हार्डकोट निर्माण से पूर्व न तो पन्नी बिछाई गई है न ही सड़कों की ढलाई स्टीमेट अनुरूप मोटाई में की जा रही है। सड़क निर्माण में वाईब्रेटिंग कार्य का आभाव भी बना हुआ है। निर्माण में गड़बड़ी के कारण सड़क निर्माण के दौरान ही सड़क में कई स्थानों पर दरारे एवं सरफेस से कई स्थानों पर गिट्टी उधड़ गई है। भगवान भरोसे चल रहे इस निर्माण कार्य में गड़बड़ी को लेकर तैनात यंत्री इसे ग्राम पंचायत की गड़बड़ी बता रहे हैं वहीं पंचायत निर्माण कार्य की श्रेष्ठता को लेकर अश्वस्त है। पंचायतों में चल रहे सीमेंट कांक्रीट सड़कों के निर्माण में गड़बडी का यह पहला मामला नही है इससे से पूर्व भी ऐसे कई मामले उजागर हो चुके हैं परंतु उक्त मामलों में जांच एवं कार्रवाई के आश्वासन कोरी गप्प साबित हुए है जिसके कारण सरकारी धन के दुरूपयोग एवं भृष्टाचार के नये मामले सामने आ रहे हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी

इस संबंध में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस आर मिश्रा का कहना है कि सिलारी ग्राम पंचायत में सड़क निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत
प्राप्त हुई है। मौके पर इंजीनियर को भेजकर जांच के निर्देश दिये गये हैं, गड़बड़ी पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।
मामले को लेकर उपयंत्री एम.एस.दिवाकर का कहना है कि ग्राम सिलारी में सड़क निर्माण में धूल युक्त डस्ट के प्रयोग की बात सही पाई गई है। मोका स्थल निरीक्षण कर उक्त डस्ट को हटाये जाने के निर्देश दिये गये हैं।


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By nit

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