मेहलका इकबाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
पिछले 50 दिनों से किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द किये जाने की मांग को लेकर दिल्ली बॉडर सहित पूरे देश में आंदोलन कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती आ रही है। इसी क्रम में किसानों के समर्थन में आज आम आदमी पार्टी की बुरहनपुर इकाई द्वार एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति के नाम अनु विभागीय दंड अधिकारी बुरहानपुर को दिया गया।
आम आदमी पार्टी जिला अध्यक्ष रियाज फारूक़ खोकर ने बताया कि आज देश का अन्नदाता किसान,जो पूरे देश का पेट भरता है, अपनी जाइज़ मांगों को लेकर पिछले 50 दिनों से हड्डी कपाने वाली ठंड में बारिश और मावठे के बीच खुले आसमान के नीचे बैठा है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है, उनमें से 60 किसानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। यह ऐतिहासिक किसान आंदोलन हमारे देश का अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन है। देश के अन्नदाताओं के साथ आखिर ऐसा अन्याय अत्याचार केंद्र सरकार द्वारा क्यों किया जा रहा है? क्या जय जवान जय किसान का नारा हमारे देश में सिर्फ एक नारा मात्र है। इसका कोई अर्थ नहीं क्या हमारा सिर्फ कहने को कृषि प्रधान देश है। यहां अन्नदाताओं की कोई सुनवाई नहीं या तो इस देश का किसान सिर्फ सत्ता के शिखर तक पहुंचने का रास्ता मात्र है। महामहिम राष्ट्रपति जी, आम आदमी पार्टी बुरहानपुर आपसे अनुरोध करती है कि आप इस मामले में तत्काल मध्यस्था करें एवं केंद्र सरकार को तीनों काले कानूनों को अविलंब वापस लेने का आदेश दे।
इस अवसर पर पार्टी के अब्दुल वसीम, वसंता पाटिल, मोंटू सन्यास, अब्दुल गनी, शरीफ शालीमार, मोहम्मद इमरान, गुड्डू खोकर,बब्बू मालक एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.