मो.मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
ग्राम पंचायत डूंगरिया में एक सचिव महोदय का पंचायत में न आना ग्राम वासियों के लिए परेशानी का कारण बन चुका है। बताया जाता है कि अक्सर सचिव महोदय पंचायत से गायब रहते हैं, अगर ग्रामवासी या कोई अधिकारी उनसे फोन द्वारा संपर्क करना भी चाहे तो उनका फोन बंद बताता है। महीनों से पंचायत में ना आने के कारण पंचायत क्षेत्र के ग्रामीण काफी परेशान हैं। जनपद पंचायत जुन्नारदेव के सीईओ महोदय से ग्राम पंचायत डूंगरिया की समस्याओं के संबंध में अनेकों बार ग्राम वासियों ने लिखित प्रतिवेदन देकर पंचायत संबंधित अनियमितताओं की शिकायतें की लेकिन जुन्नारदेव जनपद पंचायत के सीईओ महोदय का ग्राम पंचायत डूंगरिया के नुमाइंदों पर अधिक प्रेम और आशिर्वाद प्राप्त है चाहे पंचायत क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अनियमितताएं हो, जनहित के कार्य ना हो, क्षेत्र ग्राम के लोग परेशान हों, इससे किसी अधिकारी को कोई लेना देना नहीं है क्योंकि पंचायत के नुमाइंदे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से लगाओ रखते हैं। भेदभाव इस पंचायत में सदा से चला आ रहा है क्योंकि शासन किसी ओर का चल रहा है। क्या इसी तरह ग्राम पंचायत डूंगरिया के ग्रामवासी छोटी सी छोटी समस्या के लिए परेशान होते रहेंगे? जिले से लेकर ब्लॉक तक किसी अधिकारी की हिम्मत निष्पक्ष जांच करने कि आज तक नहीं हुई, क्या कानून पर पंचायत के नुमाइंदे भारी पड़ रहे हैं? ग्राम के लोगों ने अनेकों बार प्रतिवेदन द्वारा शासन को सूचित किया लेकिन इस पंचायत में निष्पक्ष और कड़ी जांच आज तक नहीं की गई। ग्राम के लोग उचित जांच और न्याय की मांग मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया से करते हैं। देखना है कि क्या डूंगरिया ग्राम वासियों की आवाज किन कानों तक पहुंचती है और ग्राम के लोगों के समक्ष अनियमितताओं की उचित जांच होती है या नहीं।