ट्रैफिक उप निरीक्षक खुद नहीं लगाए हैं और लोगों का कर रहे हैं चालान व पत्रकारों को कहते हैं जंगली | New India Times

गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:

ट्रैफिक उप निरीक्षक खुद नहीं लगाए हैं और लोगों का कर रहे हैं चालान व पत्रकारों को कहते हैं जंगली | New India Times

जिला मुख्यालय अकबरपुर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त दिखाई देरहा है। दिन प्रतिदिन ट्रैफिक व्यवस्था की हालत बद से बदतर होती जा रही है, भारी भरकम ट्रैफिक के पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने की जगह बैठकर की बातचीत करते नजर आते हैं जब पूरी तरह खचाखच जाम से ट्रैफिक व्यवस्था चीखने लगती है तब ट्राफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए डंडा पटकने के सिवा और कोई काम नहीं रह जाता,
“ट्राफिक उप निरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह से संभाले नहीं संभल रही है ट्रैफिक व्यवस्था फोटो खींचने पर पत्रकारों से भी भीड़ जाते हैं और जंगली तक कहते हैं,, शुक्रवार को सड़कों पर वाहनों की संख्या कम दिखी। अकबरपुर मुख्यालय के कई चौराहों पर पुलिस मुस्तैद दिखी तो कुछ जगहों पर नजर नहीं आई। पुलिस उनलोगों पर सख्ती बरत रही थी जिन्होंने चेहरे पर मास्क नहीं लगाया था। उनसे जुर्माना वसूला जा रहा था। कुछ जगहों पर जुर्माना देने वाले लोग इस बात की बहस कर रहे थे कि फाइन वसूले जाने के बाद उन्हें पूर्व में की गई घोषणा के अनुसार दो मास्क दिए जाएं। ट्राफिक पुलिस पर नियम कानून का कोई भी खौफ नहीं उपनिरीक्षक और ना ही सिपाहियों ने मुंह पर मास्क लगाकर रखा था।
मीडिया कैमरा चलने के बावजूद भी इन पर कोई फर्क नहीं पड़ा जैसे नियम कानून आम जनता पर है पुलिस पर लागू नहीं।कुछ ट्रैफिक पुलिस का कैमरे को देखकर मास्क गले से नाक पर आ गया मास्क।

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