रसेना ग्राम के 32 बर्षीय युवक ने लागाई फांसी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका | New India Times

त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

रसेना ग्राम के 32 बर्षीय युवक ने लागाई फांसी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका | New India Times

महाराजपुर पुलिस की जानकारी अनुसार बताया गया कि देवरी क्षेत्र के रसेना ग्राम पंचायत में रहने वाले 32 बर्षीय युवक महेन्द्र विश्वकर्मा जो कि मजदूरी करता था उसने सुना पंचायत के ग्राम झिरिया खेडा ग्राम से करीब 500 मीटर दूर जंगल में एक सागोन के पेड़ से लटक कर रविवार की रात्रि फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली है जिसमें महाराजपुर पुलिस द्वारा घटना स्थल पर जाकर पंचनामा बनाकर मृतक की लाश का पोस्टमार्डम कराकर मामला जांच मेमें में लिया गया व पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्यवाही करने की बात की गई है। वहीं परिजनो ने पूरी फांसी की घटना को झूठा बताया एवं आरोप लगाकर कहा कि यह फांसी नहीं हत्या की गई है। मृतक महेन्द्र की पत्नि बबली विश्वकर्मा ने बताया कि मेरे पति कभी भी फांसी नहीं लगा सकते हैं वो हमेशा बोलते थे हम कभी ऐसा कोई काम नहीं करेंगे। पत्नि द्वारा कहा गया कि उनके पति को रविवार रात्रि करीब आठ या नौ बजे किसी राजेश नाम के युवक का झिरिया खेड़ा ग्राम से फोन आया था तो बात हो रही थी फिर बात होने के बाद उनने खाना खाया फिर बिस्तर पर लेट गये थे फिर कुछ देर बाद झिरिया खेड़ा ग्राम की ममता ठाकुर नाम की महिला का फोन आया था जो कि उनसे करीब तीन से अबैध सम्बंध रखी थी व धमकी देती थी कि उसको छोड़ दिया यदि तो वो उसकी पत्नि को जान से मार देगी। कई बार जानसे मारने की बात फोन पर मुझसे भी की गई थी उस दिन भी वो उनसे बात करते हुये वो घर से कहीं बाहर घूमने निकल गये तो हमने सोचा कि ग्राम में ही टहलने गये होंगे बात करके वापिस आ जायेंगे तो फिर वो रात में बारह बजे तक नहीं आये तो मैंने ससुर जी व देवर को बताया तो परिवार वालों द्वारा उनको ग्राम में ढूंढा गया जब पूरे ग्राम में नहीं मिले तो रात्रि ज्यादा होने पर घर आ गये फिर सुबह ग्राम के आसपास ढूंढने गये तो पता लगा कि झिरिया खेडा ग्राम में एक युवक ने रविवार को फांसी लगा ली है तो मेरे ससुर देवर जब ग्राम पहुंचे तो वहां उन के पति की लाश एक पनी पर लेटी पड़ी मिली व कहा गया कि इसने फांसी लगा ली है, ये घटना फांसी की नहीं है, ममता ठाकुर ने ही हत्या कराई है मुझे मेरे पति की हत्या करने वाले को सजा होना चाहिये, मुझे न्याय तब ही मिलेगा।

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वहीं मृतक के पिता सुरेन्द्र विश्वकर्मा का कहना है कि मेरा बेटा कभी फांसी लगा ही नहीं सकता है यदि रविवार को रात्रि 11 बजे की फांसी लगाने की बात महाराजपुर पुलिस बोल रही है तो सुबह तक हम परिजनों को जानकारी क्यों नहीं दी गई, मेरा बेटा तो फोन लिये था उस ने पेंट पहना था जिसमें जेब में हमेशा पर्स रखता था आधारकार्ड लाइसेन्स आदि आईडी रखता था और झिरिया ग्राम के लोग भी उसको सभी जानते थे फिर सुबह तक हम लोगों को उसकी फांसी लगाने की बात तक नहीं बताई गई। दिन में जब मैं पहुंचा तो लाश नीचे रखी थी यदि रात्रि में फांसी लगाई थी तो रात्रि में जानकारी क्यों नहीं दी गई? रात्रि में पंचनामा न बनाकर सुबह नीचे पड़ी लाश का क्यों बनाया गया मेरे बेटे के चेहरे पर लोहे की राड के लगने की चोट के निशान थे व बाल भी ऐसे थे जैसे जबरदस्ती बाल पकड़के खींचे गये हों साथ ही मेरे बेटे का फोन भी नहीं मिला न उसके आईडी आधारकार्ड लाइसेंस गायब पाये गये हैं। मेरे बेटे का माइक्रोमेक्स का कीपेड फोन जिसका नम्बर .6269564977 है वो फोन बंद जा रहा है व फोन भी नही मिला मौके पर मुझे तो पूरा शक है कि ममता ठाकुर नाम की महिला ने ही अपने अन्य साथियों के साथ मेरे बेटे की हत्या की है, मैं न्याय माँगकर दोषियों पर कार्यवाही चाहता हूँ व पूरे मामले में अच्छी तरह से जांच की मांग करता हूँ। वहीं ग्राम रसेना के मृतक के पडोसी संजय तिवारी ने बताया कि मृतक के शरीर पर चोट के निशान थे व मृतक महेंद्र कभी फांसी जैसा कदम नहीं उठा सकता है यदि मृतक की फांसी लगाने की बात पुलिस कर रही है तो गले में चुननी थी जो वो किसकी है व फोन पर जो किसी ममता व कि सी राजेहा से बात हुई है साथ ही यदि रात्रि मै फांसी लगाई थी तो पुलिस ने परिजनो को क्यों नही बुलाया और फांसी से कब उतार दिया पता ही नही सुबह भी जानकारी नही दी गई जबकि पूरा झिरिया खेडा ग्राम उसको जानता था फिर भी जानकारी नही दी गई व परिजनो के ढूढते हुये घटना स्थल पर पहुंचने पर सुवह ही पंचनामा बनाया गया जो कि वडा जांच का विषय है यह पूरा मामला फांसी का बिल्कुल भी नही लग रहा है यह हत्या है जिसकी सही जांच हो ना चाहिये व दोषियो को सजा मिलना चाहिये कि मृतक युवक के परिवार मै सात सदस्य थे उसके माता पिता व पतनी व दो साल का बेटा व छोटा भाई तथा उसकी पत्नि थे पूरे परिवार का भरण पोषण करने व सभी घर की व्यवस्था करने मै मुखिया के रूप मै कार्य करता था व पूरा परिवार चलाता था वो कभी भी फांसी जैसी छोटी हरकत नही कर सकता था उसकी हत्या की गई है जांच सही होना चाहिये जिससे पूरा मामला उजागर स्पष्ट हो जायेगा।

यदि मृतक महेन्द्रकी फांसी वाली घटना मामले में परिजनों ने हत्या की अशंका जताई है तो पूरे मामले में सही तरह से परिजनों द्वारा बताई गई निम्न बिन्दुओं पर जांच करायी जायेगी व यदि कोई दोषी पाया जाता है तो कार्यवाही की जायेगी: कुमारी पूजा शर्मा, एसडीओपी देवरी।


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