आसिम खान, ब्यूरो चीफ, छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
विगत दिवस घोषित नीट परिणाम में तकनीकी गड़बड़ी किस तरह किसी होनहार की जान ले सकती है छिंदवाड़ा में इसका एक दर्दनाक उदाहरण सामने आया है। छिदंवाड़ा जिले के परासिया नगर की मैगजीन लाइन निवासी छात्रा विधि सूर्यवंशी ने पोर्टल पर नीट का परीक्षा परिणाम देखा। वहां उसे प्राप्त अंकों के साथ पर सिर्फ 6 अंक दिखे। इससे निराश हताश होकर उसने आत्महत्या कर ली। कुछ दिन उपरांत परिजनों ने जब ओएमआर शीट पर नंबर देखे तो पता चला कि विधि को कुल 590 अंक मिले हैं।
परिवारजनों के अनुसार विधि ने सोमवार को पोर्टल पर परीक्षा परिणाम देखा। वह यह देखकर तनाव में आ गई कि उसे महज 6 अंक मिले हैं। इसके दो दिन बाद बुधवार को उसने घर में ही साड़ी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। खुदखुशी करने के बाद बुधवार शाम को पोर्टल पर ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकग्नाइजेशन) शीट से अंकों का मिलान किया तो उसमें 590 अंक निकले।
परिजनों के अनुसार विधि बुधवार को मॉर्निंग वॉक के लिए गई थी। लौटने के बाद वह अपने स्टडी रूम में चली गई। स्टडी रूम घर के पिछले हिस्से में है। कुछ देर बाद घर वाले उसके कमरे में पहुंचे तो देखा कि उसने साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटक कर जान दे दी है।
यदि विधि पोर्टल पर नंबर देखकर तनाव में आने के बजाये थोड़ा धैर्य रखती और ओएमआर शीट से नंबरों के मिलान का इंतजार कर लेती तो आज जिंदा होती।
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