अली अब्बास, मथुरा (यूपी), NIT:
वृंदावन कान्हा की नगरी में कोरोना काल में सात माह के बाद वृंदावन के ठाकुर श्री बांकेबिहारी मंदिर के पट शनिवार को भक्तों के लिए खुल गए। पहले दिन ही दर्शन में बिना मास्क के भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा जिसमें सरकार की गाइड लाइन का पालननहीं हो पा रहा है। भीड़ के आगे कोरोना से बचाव के सरकार के सारे नियम ध्वस्त हो गए और सामाजिक दूरी का पालन नहीं हुआ। काफी लोग बिना मास्क के दिखे हालांकि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार भक्तों को दर्शन कराने का दावा मंदिर प्रबंधन और पुलिस प्रशासन ने किया है। कोरोना महामारी के कारण 22 मार्च को श्रीबांके बिहारी मंदिर के पट आम भक्तों के लिए बंद कर दिए गए थे। दर्शन करने आए लोगों की भीड़ को देख मंदिर के आसपास के सभी प्रकार के दुकानदार प्रफुल्लित नजर आए।
अनलॉक-5 में शनिवार से मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिए गए। सुबह पांच बजे से ही भक्त मंदिर के बाहर कतार लगाकर अपने आराध्य की नयनाभिराम छवि के दर्शन के लिए लालियत दिखे। जैसे ही पट खुले ठाकुरजी के जयकारों से मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया। भक्तों के सैलाब के आगे पुलिस प्रशासन वेबस नज़र आया। बिहारी जी के दर्शन के लिए वृंदावन की गलियों में हजारों की संख्या में लाेग खड़े थे। आपको बता दें कि जहां बांके बिहारी मंदिर खोलने से पहले जिला प्रशासन मंदिर प्रबंधन के बीच बैठक में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने पर सहमति जताई गई, वही मंदिर खुलने के इंतजार में भक्त बांके बिहारी की गलियों में कतार बंद होकर देखे गए जहाँ कोई सोशल डिस्टेंस दिखाई नहीं दिया।