वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर-खीरी (यूपी), NIT:
प्राचीन शिव मंदिर की एक फोटो इन दिनों सोशल मीडिया पर जोर शोर तरीके से वायरल हो रही है। इस वायरल फोटो में प्राचीन मंदिर के पूरे प्रांगण में कूड़ा पड़ा दिखाई दे रहा है साथ ही कुछ जानवर भी बैठे हुए दिख रहे हैं। इस दृश्य को देखने के बाद तमाम हिंदू संगठनों और समाजसेवियों ने पूरे मामले पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर इन सभी की नाराजगी को साफ तौर पर देखा जा सकता है।
दरअसल भले ही यह विवाद सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया हो परंतु लोगों की नाराजगी इस पर जायज है। महेवागंज कस्बे में स्थित यह प्राचीन मंदिर शिव भगवान का बताया जा रहा है। लंबे समय से देखरेख न होने के चलते यह मंदिर खंडहर में तब्दील होने लगा था परंतु नाराजगी की वजह यह नहीं है, नाराजगी की वजह यह है कि यह मंदिर अल्पसंख्यक समाज के मोहल्ले में बना है और शायद यही कारण रहा कि इस मंदिर की अहमियत को न समझ कर इसे धीरे-धीरे कूड़ा घर में तब्दील कर दिया गया। आज पूरे मोहल्ले का कूड़ा इस मंदिर में पड़ता है ऐसा सोशल नेटवर्किंग साइट पर देखे गए चित्र को देखकर साफ पता चल रहा है। जानवर भी लौटते हुए दिखाई देते हैं। इस फोटो ने मानो एक पूरे समाज में नाराजगी खड़ी कर दी है। ऐसे में बहुत से ऐसे समाजसेवी और हिंदू नेता हैं जिन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। वहीं प्रशासन व शासन को ट्विटर हैंडल व अन्य माध्यमों से इस मामले से अवगत कराते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह है कि शासन और प्रशासन इस मामले को संज्ञान में लेता है और क्या इस मंदिर का वापस जीर्णोद्धार किया जाएगा या फिर इसके लिए शासन और प्रशासन कोई नया तरीका निकालेगा।
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