गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी)، NIT:
अतिक्रमण लोगों के लिए बना जी का जंजाल” अकबरपुर शहर नगर में जगह-जगह पर अतिक्रमण करने का नजारा आम हो गया है।जिसकी जहां पर इच्छा होती है वह अपना हाथ ठेला जमा कर दुकानदारी करने लगता है।अगर ठेले वाले को कोई कुछ बोल भी देता है तो उस पर मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं शहजादपुर गुप्ता मेडिकल स्टोर के समीप वर्षों से सड़कों पर जमजम आकर बैठे गुडही बुनिया की दो दुकानों ने पूरी तरह सड़क को अपने कब्जे में कर रखे हैं। सड़कों पर दोनों तरफ ठेला लगाकर आवागमन को पूरी तरह बाधित कर देते हैं। जिसके कारण घंटों तक जाम की स्थिति बनी रहती है, अगर कोई इन्हें कुछ कहता है तो फिर यह दुकानदार मारपीट पर पूरी तरह अमादा हो जाते हैं।ठेला लगाने के लिए उसको किसी से पूछने की जरूरत भी नहीं पड़ती है। हाथ ठेला पर रोजगार करने वाले ऐसे लोगों की मनमानी के कारण जहां तहां वाहनों का जाम लग जाता है। हाथ ठेला पर व्यवसाय करने वाले सडक़ पर घूमते समय किनारे तक में हाथ ठेला को खड़ा नहीं करते हैं और बीच में ही ग्राहक आ जाने पर ग्राहकी चलाने लगते हैं।वहीं तिराहे और चौराहे से लेकर मेन रोड पर जगह-जगह सडक़ के बाजू में हाथ ठेला जमा कर रोजगार करने वालों के कारण सबसे अधिक दिक्कत सडक़ से चलने वाले वाहन वालों को होती है। यदि हाथ ठेला वाले को किसी वाहन की टक्कर लग जाती है तो वह मारपीट करने के लिए उतारू भी हो जाते हैं।
अकबरपुर नगरपालिका सीमा इलाके में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने वालों को सार्वजनिक सूचना जारी करके चेतावनी दी जा रही है कि वह अपने अतिक्रमण सडक़ नाली आदि स्थल से हटा ले वरना अतिक्रमण हटाने के दौरान जब्त की गई सामग्री वापस नहीं की जाएगी। इस चेतावनी का असर सडक़ पर व्यवसाय करने वालों पर नहीं पड़ रहा है। वह अपने हाथ ठेला को एक दूसरे की प्रतिस्पर्धा में जानबूझ कर सडक़ के ऊपर ला कर खड़ा कर देते हैं जिसका नजारा गुप्ता मेडिकल स्टोर के समीप गुडही बुनिया की दो दुकानों पर खुलेआम देखा जा सकता है।नजदीकी पुलिस द्वारा भी कुछ कार्यवाही नहीं की जाती है।