त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
स्मार्ट वैल्यू कम्पनी के देवरी प्रबधंक वृन्दावन अहिरवार निवासी टीकमगढ व उप प्रबधंक बने बैठे सौरव अहिरवार निवासी मढी ग्राम गौरझामर देवरी द्वारा जो फर्जीवाड़ा करके गरीब अनुसूचित जाति जनजाति के नाबालिग बच्चों तक को झूठी बातें बता कर ठगी करके पन्द्रह हजार वसूले गये जिसकी खबर पत्रकारों द्वारा छापी गई कि पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर पूछताच की गई, मगर जांच थाने के एक कमरे में दरवाज़ा खिड़की बंद करके हुई फिर अचानक उनको फिर छोड़ा गया तो रात्रि करीब दस बजे सोमवार को प्रबंधक वृन्दावन अहिरवार व उप प्रबंधक सौरव अहिरवार द्वारा पत्रकारों को फोन पर धमकी दी गई कि उनका सब मामला थाने से निपट गया है और जांच में कम्पनी का काम सही पाया गया है। उन लोगों ने धमकी देते हुए कहा कि हम लोगों की पहुंच बहुत ऊपर तक है, ठीक नहीं किया गया खबर छापकर अब हम लोग देवरी में फिर से काम चालू करेंगे, अब तो थाने से परमीशन भी दे दी गई है, ऐसी लम्बी बात धमकी के तौर पर की गई व पूरा मामला जो पुलिस जांच में चल रहा है वह शंका का विषय बन के रह गया है। इस पूरे मामले में पत्रकारों द्वारा आईजी सागर व गृहमंत्री जी से बात की जायेगी कि यदि अन्य जिलों में इस कम्पनी पर फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज किया जा चुका है तो देवरी थाने में कैसे इन को कम्पनी सही साबित हुई। पूरे मामले से अवगत कराया जायेगा कि आखिर क्या कारण है कि वहां की कार्यवाही और यहाँ की कार्यवाही में अन्तर आ रहा है? पत्रकारों को धमकाने वाली आडियो गृहमंत्री व आईजी सागर को उनके नम्बर पर भेजी गई है।
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