अबरार अहमद खान, स्टेट ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश में बारिश ने भारी तबाही मचा रखी है। प्रदेश के कई ज़िले बाढ़ के चलते बुरी तरह से प्रभावित हैं। भयंकर बारिश से पूरा प्रदेश जलमग्न हो गया है। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। लोग घरों से बाहर क्या अपनी छतों से नीचे भी नहीं आ पा रहे हैं। राज्य में हालात बहुत ज्यादा भयानक हो गए हैं।
प्रशासन की तरफ से बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों से नहीं जाने की अपील की जा रही है।
जलमग्न इलाकों से लोगों को बचाने के लिए सेना और NDRF की टीमों को बुलाना पड़ा और उनके द्वारा रेसक्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते नर्मदा सहित कई नदियां उफान पर हैं।बताया जा रहा है कि होशंगाबाद और रायसेन जिले के हालत सबसे ज्यादा खराब हैं।
वहीं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गत तीन दिनों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हो रही अनवरत वर्षा के कारण प्रदेश के बड़े हिस्से में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। देवास, हरदा, सीहोर, होशंगाबाद, रायसेन, विदिशा, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, खंडवा आदि जिलों में बाढ़ का अधिक असर हुआ है। कई गाँव चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। वहां मकानों की पहली मंजिल तक पानी भर गया है। खेत पूरी तरह डूब गए हैं। पेड़ों के ऊपरी हिस्से ही दिखाई दे रहे हैं। नर्मदा नदी के 10 किलोमीटर तक दोनों ओर के क्षेत्रों में बाढ़ का असर है। नर्मदा नदी की सहायक नदियों का पानी नर्मदा में जाने के बजाय वापस आने से उनके आसपास के क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। सरकार द्वारा बचाव व राहत कार्य 24 घंटे युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे है। बाढ़ में फंसे एक-एक व्यक्ति को सुरक्षित निकालेंगे तथा हर बाढ़ पीड़ित को हर संभव सहायता देंगे। बाढ़ हमारे लिए चुनौती है और पीड़ित मानवता की सेवा धर्म। हम दोनों मोर्चों पर सफल होंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अभी बारिश की तीव्रता कम होने से बारिश का पानी उतर तो रहा है, परन्तु ऐसे में मौसमी बीमारियों के बढ़ने का खतरा रहता है। अत: सभी संबंधित विभाग पूरी मुस्तैदी एवं कर्मठता के साथ निरंतर प्रभावित व्यक्तियों को हर आवश्यक सहायता पहुंचाने का कार्य करें। कार्य में थोड़ी भी ढिलाई अथवा लापरवाही न हो।
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